पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुर्शिदाबाद, मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में अचानक उपजे विवाद के बाद हुई झड़पों में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं।
हिंसा का फैलाव और पुलिस की कार्रवाई
विवादित नए वक्फ कानून को लेकर लोगों में आक्रोश तब बढ़ गया जब पुलिस वैन सहित कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। सबसे अधिक असर मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज, सुती और जंगीपुर इलाकों में देखने को मिला, जहां दो लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि एक घायल व्यक्ति की मौत मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में हुई।
अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 300 BSF जवानों के साथ 5 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।

हाईकोर्ट का हस्तक्षेप
हिंसा के बाद विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। न्यायमूर्ति सौमेन सेन और राजा बसु चौधरी की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए कहा,
“कोर्ट आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकता। मुर्शिदाबाद में शांति की बहाली और आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
इसके साथ ही हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
गृह मंत्रालय की सक्रियता
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थिति की समीक्षा की। गृह मंत्रालय ने केंद्र से मिली रिपोर्टों के आधार पर कहा कि
“स्थिति गंभीर है और तत्काल केंद्रीय बलों की आवश्यकता है ताकि किसी भी प्रकार की जातीय अथवा सांप्रदायिक हिंसा को रोका जा सके।”
डीजीपी का बयान
पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने कहा कि
“स्थिति तनावपूर्ण जरूर है, लेकिन नियंत्रण में है। हम स्थानीय प्रशासन और बीएसएफ के सहयोग से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।”
उन्होंने बताया कि अब तक 150 से अधिक गिरफ्तारी हो चुकी हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
टीएमसी का हमला: विपक्ष फैला रहा अराजकता
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा,
“लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हासिल करने में विफल रहने के बाद विपक्ष बंगाल में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है।”
वहीं TMC विधायक मदन मित्रा ने कहा,
“बीजेपी नेता जानबूझकर बयानबाजी कर दंगा भड़काना चाहते हैं। 2026 के चुनाव से पहले देश को गृहयुद्ध में झोंकने की साजिश रची जा रही है।”

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बीजेपी का पलटवार: हिंदुओं पर हो रहे हमले
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि
“ममता सरकार शमशेरगंज, सुती और जंगीपुर में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चुप है।”
उन्होंने चेताया कि
“राज्य में बीजेपी की सरकार आने पर अल्पसंख्यकों के एक वर्ग द्वारा की जा रही बर्बरता को 5 मिनट में कुचला जाएगा।”
बीजेपी नेता दिलीप घोष ने तो यहां तक कहा कि
“मुर्शिदाबाद को पश्चिम बंगाल से अलग करने की साजिश चल रही है और हिंदुओं की हत्या हो रही है। बावजूद इसके प्रशासन कह रहा है कि कुछ नहीं हुआ।”