आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जनसेना पार्टी (JSP) के प्रमुख पवन कल्याण ने हाल ही में राज्य में बढ़ती अपराध की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। तिरुपति और कडप्पा में महिलाओं के खिलाफ हुई हालिया घटनाओं से नाराज पवन कल्याण ने राज्य सरकार की गृह मंत्री अनिता कल्याण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। पवन कल्याण ने कहा कि अगर गृह मंत्री को बदल दिया जाए तो राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार हो सकता है।
पवन कल्याण की कड़ी प्रतिक्रिया: कानून व्यवस्था में बदलाव की मांग
तिरुपति और कडप्पा में हुई हालिया बलात्कार की घटनाओं से व्यथित पवन कल्याण ने सोमवार को खुले तौर पर कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार लाने के लिए कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ चुका है कि पुलिस की ओर से उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही। पवन कल्याण ने इस संदर्भ में गृह मंत्री अनिता कल्याण को विशेष रूप से जिम्मेदार ठहराया और सुझाव दिया कि राज्य की कानून व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए उन्हें बदल दिया जाए।
सनातन धर्म की रक्षा के लिए ‘नरसिंह वरही गणम’ विंग का गठन
पवन कल्याण ने हाल ही में घोषणा की कि जनसेना पार्टी में एक नई शाखा का गठन किया जा रहा है जो सनातन धर्म की रक्षा के लिए समर्पित होगी। इस शाखा का नाम ‘नरसिंह वरही गणम’ रखा गया है, जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म की रक्षा करना और उसकी संस्कृति को संरक्षित करना है। पवन कल्याण ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, परंतु अपने धर्म के खिलाफ किसी भी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका यह बयान राज्य में जनसेना की बढ़ती आक्रामकता और हिंदू समुदाय के अधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पवन कल्याण ने योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की वकालत की
पवन कल्याण ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से योगी आदित्यनाथ अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हैं, उसी प्रकार का रुख आंध्र प्रदेश में भी अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले में जीरो टॉरलेंस की नीति अपनाई जानी चाहिए ताकि अपराधियों को सख्त संदेश मिले। पवन कल्याण ने राज्य के पुलिस प्रशासन से सवाल करते हुए कहा कि अपराधियों को कानून का डर क्यों नहीं है, और क्या पुलिस को किसी दबाव के तहत काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
गृहमंत्री अनिता कल्याण की कार्यप्रणाली पर सवाल, जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया
गृह मंत्री अनिता कल्याण, जो कि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) की वरिष्ठ नेता और चंद्रबाबू नायडू की करीबी मानी जाती हैं, के खिलाफ पवन कल्याण का यह बयान राज्य में राजनीतिक माहौल को गरमा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए और गृह मंत्री को कानून व्यवस्था में सुधार के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हालात ऐसे ही बने रहे तो उन्हें गृह मंत्री का पद संभालने की आवश्यकता पड़ सकती है।
चंद्रबाबू नायडू और टीडीपी पर पड़ता दबाव, गठबंधन में बढ़ रही दरार
जनसेना पार्टी और टीडीपी के गठबंधन के बावजूद, पवन कल्याण के हाल के बयानों ने चंद्रबाबू नायडू के लिए असुविधाजनक स्थिति पैदा कर दी है। पवन कल्याण की स्पष्टवादिता और हिंदू समुदाय के अधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी सक्रियता ने टीडीपी और जनसेना के बीच बढ़ती दरार को उजागर कर दिया है। पवन कल्याण के बयानों से नायडू के समर्थक भी असमंजस में हैं, जिससे गठबंधन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।