पचेरी कलां: थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति के एक परिवार के सदस्यों के साथ जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौच, धमकी देने और अशोभनीय हरकतों के आरोप में फरार चल रहे चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई का नेतृत्व वृताधिकारी नोपाराम भाकर ने किया, जो पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत के निर्देश पर संचालित की गई।
प्रकरण में पीड़ित महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया गया कि आरोपियों ने न सिर्फ परिवार की महिलाओं के साथ गाली-गलौच की, बल्कि कपड़े फाड़ने, बलात्कार की धमकी देने और लज्जा भंग करने का प्रयास भी किया। पीड़िता का यह भी आरोप था कि उसे ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की गई और आरोपियों ने जातिगत अपमान करते हुए उसकी जमीन पर जबरन ट्रैक्टर चलाया। साथ ही आरोपियों के पास बिना नंबर की गाड़ियां थीं, जिनका उपयोग घटनास्थल पर किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने साक्ष्य जुटाकर गहन अनुसंधान शुरू किया। जांच के दौरान सभी चारों आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य पाए गए। आरोपी धर्मेन्द्र और संजय को खेतड़ी की उपजेल से प्रोडक्शन वारंट के तहत लाकर पूछताछ की गई, जबकि निकास और प्रदीप को अलग से दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में चारों आरोपियों ने अपराध करना स्वीकार किया है। फिलहाल पुलिस द्वारा प्रकरण में आगे की जांच की जा रही है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सहड़ निवासी धर्मेन्द्र उर्फ मोटिया पुत्र लीलाधर, सहड़ निवासी संजय उर्फ कोचिया पुत्र बहादुर सिंह, जयसिंहपुरा निवासी प्रदीप उर्फ गोरी पुत्र सुमेर सिंह और जयसिंहपुरा निवासी निकास उर्फ लांडा पुत्र सत्यवीर शामिल हैं।