सूरजगढ़: नवसृजित ग्राम पंचायत बिजौली के गठन के बाद क्षेत्रीय विकास को गति देने की दिशा में एक अहम पहल सामने आई है। बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण को लेकर आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में बिजौली, अमरसिंहपुरा और बास बिजौली गांवों के नागरिकों की व्यापक भागीदारी देखने को मिली। बैठक के दौरान पंचायत भवन और आईटी केंद्र की स्थापना के लिए भूमि चयन पर गहन चर्चा हुई, जिसमें सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए भामाशाह सतीश सिंह शेखावत द्वारा निजी भूमि दान करने की घोषणा ने पूरे क्षेत्र का ध्यान आकर्षित किया। यह निर्णय ग्राम पंचायत के डिजिटल और प्रशासनिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।
पंचायत गठन के बाद विकास को लेकर पहली बड़ी बैठक
नवगठित ग्राम पंचायत बिजौली के गठन के पश्चात पहली बार क्षेत्रीय विकास से जुड़े बुनियादी मुद्दों को लेकर विस्तृत बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिजौली, अमरसिंहपुरा और बास बिजौली गांवों के बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। ग्रामीणों ने पंचायत के सुचारू संचालन के लिए स्थायी पंचायत भवन और आधुनिक आईटी केंद्र की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया।
पंचायत भवन और आईटी केंद्र के लिए भूमि चयन पर मंथन
बैठक के दौरान पंचायत भवन और आईटी केंद्र की स्थापना हेतु उपयुक्त भूमि की उपलब्धता और चयन को लेकर गंभीर विचार-विमर्श किया गया। चर्चा में इस बात पर सहमति बनी कि भविष्य की प्रशासनिक जरूरतों और डिजिटल सेवाओं को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त और सुविधाजनक स्थान का चयन आवश्यक है, जिससे आमजन को योजनाओं का लाभ सरलता से मिल सके।
सतीश सिंह शेखावत का भूमि दान, क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक पहल
भूमि चयन की चर्चा के दौरान भामाशाह सतीश सिंह शेखावत, जो महावीर सिंह के पुत्र और चन्द्र सिंह शेखावत के सुपौत्र हैं, ने सार्वजनिक हित को प्राथमिकता देते हुए अपनी निजी भूमि पंचायत भवन और आईटी केंद्र की स्थापना के लिए दान करने की घोषणा की। उनकी इस घोषणा को ग्रामीणों ने नवसृजित ग्राम पंचायत बिजौली के विकास की दिशा में ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कदम बताया।
ग्रामीणों ने जताया आभार, बताया मील का पत्थर
बैठक में उपस्थित ग्राम पंचायत बिजौली के नागरिकों ने सतीश सिंह शेखावत के इस योगदान पर सामूहिक रूप से आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत भवन और आईटी केंद्र की स्थापना से प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता आएगी, डिजिटल सेवाओं का विस्तार होगा और सरकारी योजनाओं की जानकारी व लाभ आमजन तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंच सकेगा।
डिजिटल ग्राम पंचायत की ओर मजबूत कदम
ग्रामीणों ने विश्वास जताया कि आईटी केंद्र की स्थापना से ऑनलाइन सेवाओं, प्रमाण पत्रों, योजनाओं के आवेदन और शिकायत निवारण जैसी सुविधाएं गांव स्तर पर ही उपलब्ध होंगी। इससे ग्राम पंचायत बिजौली को डिजिटल ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा।





