नवलगढ़, 18 मई: झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ क्षेत्र में मासूम बच्चियों के साथ आपत्तिजनक हरकतें करने वाले एक शातिर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के उस प्रयास का परिणाम है जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि किसी निर्दोष को सजा न मिले और असली अपराधी को कानून के दायरे में लाया जाए।
छह महीने पूर्व नवलगढ़ थाना क्षेत्र में आठ वर्षीय बच्ची के अपहरण और उससे अनुचित हरकत किए जाने का मामला दर्ज किया गया था। पीड़िता के परिजनों ने संदेह के आधार पर एक युवक को नामजद कराया, लेकिन गहन अनुसंधान के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को निर्दोष पाया और उसे क्लीन चिट दे दी। इसके बाद असली अपराधी की तलाश प्रारंभ की गई।
हाल ही में एक और समान प्रकृति की घटना सामने आई, जिसमें फिर से एक आठ साल की मासूम को निशाना बनाया गया। इस बार पुलिस ने पहले से अधिक सतर्कता बरती और डीएसपी राजवीर सिंह के निर्देशन में, सीआई सुगन सिंह के नेतृत्व में विशेष पुलिस दलों का गठन किया गया। पुलिस टीमों ने आरोपी सन्तु कुमार उर्फ पंकज सैनी को गिरफ्तार किया। वह मूल रूप से कस्बा उदयपुरवाटी के वार्ड नंबर 6 कुआं खातियावाली का निवासी है और वर्तमान में नवलगढ़ क्षेत्र के बिरोल गांव की झाझड़ियों की ढाणी में रह रहा था।
पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया और कई चौंकाने वाले खुलासे किए। पुलिस जांच में सामने आया कि वह आसपास के ग्रामीण इलाकों में झाड़-फूंक, ताबीज और टोने-टोटके के बहाने लोगों से ठगी करता था। उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों से कई लोग धोखा खा चुके थे। पुलिस ने जब उसका मोबाइल फोन खंगाला, तो पाया गया कि वह लगातार अश्लील साइट्स देखता था और अपराध करने के बाद कानून से कैसे बचा जाए, इस विषय पर इंटरनेट पर जानकारी खोजता था।
मोबाइल इतिहास की गहराई से जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी अगली बार एक मूक-बधिर को अपना शिकार बनाने की योजना बना रहा था। इतना ही नहीं, आरोपी लिव-इन-रिलेशनशिप में भी रह रहा था और उसने उस महिला के अश्लील वीडियो भी अपने मोबाइल में संजो रखे थे।
पुलिस ने इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम के तहत दर्ज कर आरोपी को सख्त सजा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की गतिविधियों की और भी गहराई से जांच की जा रही है ताकि यदि किसी अन्य मामले में उसकी संलिप्तता हो, तो उस पर भी कार्रवाई की जा सके।
प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।