पिलानी में इन दिनों लगभग रोजाना ही पानी को लेकर धरने और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जल संकट इतना व्यापक है कि शायद ही कोई आम नागरिक इससे अछूता रहा होगा। जलापूर्ति के सिस्टम की कवायद को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों के भी अब पसीने छूट रहे हैं। जिला कलेक्टर के निर्देश पर नगरपालिका कार्यालय में ही जलापूर्ति के सिस्टम को सुचारू रखने, लोगों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
पानी की किल्लत का सामना कर रहे वार्ड नं 15 की महिलाओं का जत्था आज पिलानी नगरपालिका कार्यालय पहुंच गया। वार्ड नं 15 पालिकाध्यक्ष हीरालाल नायक का वार्ड है। बड़ी संख्या में एक साथ नगरपालिका पहुंची वार्ड की महिलाओं में इस कदर आक्रोश था कि उन्होंने अधिकारियों को जम कर ख़री खोटी सुनाई। इन महिलाओं का आरोप था कि जलापूर्ति में वार्ड के लोगों के साथ पक्षपात किया जाता है। महिलाओं ने चेयरमैन पर आरोप लगाया कि उन्होंने जलापूर्ति की व्यवस्था अपने वोटर्स के हिसाब से बना रखी है। वार्ड में कहीं आवश्यकता से अधिक पानी सप्लाई किया जा रहा है तो कहीं एक-एक बूंद के लिए भी लोग तरस रहे हैं।
चेयरमैन हीरालाल नायक से भी महिलाओं की तीखी बहस हुई। पालिकाध्यक्ष ने कह दिया कि पानी वाटर वर्क्स में है, वहां जाकर लो। इस पर महिलाओं ने जवाब दिया कि इस बार वोट भी वाटर वर्क्स वालों से ही लेना।
जिस वक्त चेयरमैन हीरालाल नायक के अपने ही वार्ड की महिलाएं नगरपालिका में उनको खरी-खोटी सुना रही थी, उस वक्त एसडीएम दयानन्द रूयल, एक्सईएन मदनलाल मीणा, एईएन सुमित चौधरी, बीडीओ राजेन्द्र कुमार, ईओ प्रियंका बुडानिया, विद्याविहार ईओ भरत हरितवाल, नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमावत, जेईएन प्रदीप कुमार, जेईएन पंकज सैनी सहित कई पार्षद भी नगरपालिका में मौजूद थे।
बाद में पार्षद राजकुमार नायक ने मध्यस्थता करते हुए सभी महिलाओं को अधिकारियों से मिलवाया। परेशान महिलाओं का कहना था कि जब तक समस्या का स्थाई समाधान नहीं होता, तब तक उन्हें टैंकर से पानी उपलब्ध करवाया जाए। एक्सईएन मदनलाल मीणा ने ठेकेदार को टैंकर से पानी उपलब्ध करवाने के लिए आदेशित किया साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि 2 दिन बाद वार्ड के खराब पड़े ट्यूबवेल में नई मोटर डाल कर ट्यूबवेल को चालू कर दिया जायेगा।
महिलाओं का हंगामा एक्सईएन मीणा के आश्वासन के बाद शान्त हुआ। हालांकि जाते हुए वे चेतावनी दे कर गई कि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे नगरपालिका में धरना देने के लिए मजबूर होंगी, जिसकी जिम्मेदारी नगरपालिका प्रशासन और जलदाय विभाग की होगी।
क्या कहना है ईओ प्रियंका बुडानिया का
इस मुद्दे पर जब ईओ प्रियंका बुडानिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कस्बे में रखवाई गई पानी की टंकियों तक टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति के लिए शेड्यूल बना लिया गया है। मॉनिटरिंग के लिए टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अगले 2 दिन में कुछ हद तक समस्या का समाधान हो जाएगा।