नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार के दौरान शनिवार को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में हुई एक घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया। आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के समर्थकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पत्थर से हमला किया।

पत्थरबाजी और झड़प का आरोप
प्रचार के दौरान आप के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने प्रवेश वर्मा के समर्थकों के बीच झड़प की भी खबर दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने भाजपा समर्थकों को घटनास्थल से भगाने की कोशिश की, जिसके बाद पत्थरबाजी की गई। आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “भाजपा के गुंडों ने शांतिपूर्ण प्रचार अभियान को हिंसक बना दिया। यह नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में पहली बार हुआ है जब इस तरह का हमला हुआ।”
प्रियंका कक्कड़ ने भाजपा और प्रवेश वर्मा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की बौखलाहट उनकी हार के डर को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “भारी मात्रा में पैसा बांटने और काले धंधों के बावजूद जनता अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर रही है। भाजपा अब चुनावी हिंसा का सहारा ले रही है। मैं चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस से अपील करती हूं कि वे जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करें।”
प्रवेश वर्मा ने लगाए पलटवार के आरोप
इस घटना के बाद प्रवेश वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं लेडी हार्डिंग अस्पताल में घायल युवाओं से मिलने गया। अरविंद केजरीवाल ने अपनी गाड़ी से युवकों को टक्कर मारी, जो न केवल शर्मनाक है बल्कि उनकी असंवेदनशीलता को भी दिखाता है। इस कृत्य के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।”

भाजपा ने जारी किया वीडियो, केजरीवाल पर लगाए आरोप
भाजपा ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने सवाल पूछने पर दो युवकों को टक्कर मारी। भाजपा के एक्स हैंडल से लिखा गया, “तानाशाह से सवाल पूछने पर दो युवकों को अपनी गाड़ी से टक्कर मारने का घिनौना प्रयास किया गया। हार के डर से बौखलाए केजरीवाल जनता की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं।” भाजपा ने केजरीवाल की जवाबदेही तय करने की मांग की।
राजनीतिक माहौल में तनाव
इस घटना ने दिल्ली चुनावी माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तीखी बयानबाजी के बीच दोनों दलों ने चुनाव आयोग से उचित कार्रवाई की मांग की है। चुनाव आयोग से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।