नई दिल्ली: महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक ऐसी तकनीक दिखाई गई है जो इंफ्रारेड का उपयोग करके नसों को आसानी से ढूंढ सकती है।
यह तकनीक खून निकालने के दौरान बार-बार नस ढूंढने के दर्द से मुक्ति दिला सकती है। वीडियो में दिखाया गया है कि जैसे ही मरीज का हाथ दबाया जाता है, नसों का रूप बदलता हुआ दिखाई देता है।
यह तकनीक उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है जिन्हें खून निकलवाने से डर लगता है।
आनंद महिंद्रा ने भी जताई हैरानी
इस वीडियो को देखकर आनंद महिंद्रा भी चकित रह गए। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “यह अक्सर सबसे छोटे, कम आकर्षक आविष्कार होते हैं जो हमारे चिकित्सा अनुभव और हमारे जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार करते हैं।”
सोशल मीडिया पर हुई प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
एक यूजर ने कमेंट करते हुए कहा, “चैटजीपीटी के जमाने में, जहां AI हर क्षेत्र में अपनी जगह बना रहा है, ये नया टेक्नोलॉजी डॉक्टरों के लिए एक और महत्वपूर्ण टूल बन सकता है।”
यह तकनीक कैसे काम करती है
यह तकनीक इंफ्रारेड लाइट का उपयोग करके नसों के नीचे मौजूद हीमोग्लोबिन (खून का रंगद्रव्य) को दर्शाती है। हीमोग्लोबिन इंफ्रारेड लाइट को अवशोषित करता है, जिससे नसें त्वचा के नीचे काली दिखाई देती हैं।
इस तकनीक के फायदे
- यह तकनीक खून निकालने की प्रक्रिया को कम दर्दनाक और अधिक कुशल बना सकती है।
- यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है जिनकी नसें ढूंढना मुश्किल होता है, जैसे कि छोटे बच्चे, बुजुर्ग और मोटे लोग।
- यह डॉक्टरों को नसों को अधिक आसानी से और सटीक रूप से ढूंढने में मदद कर सकता है।
निष्कर्ष:
- यह नई तकनीक चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति हो सकती है।
- यह न केवल मरीजों को दर्द से राहत दिला सकती है, बल्कि डॉक्टरों के लिए भी यह मददगार साबित होगी।