ब्रिटेन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने दिवाली रिसेप्शन पार्टी में मांसाहार और शराब परोसे जाने को लेकर उठे विवाद के बाद शुक्रवार को माफी मांगी। कार्यालय की ओर से कहा गया कि वह हिंदू समुदाय की चिंताओं को समझते हैं और आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मुद्दे पर हिंदू समुदाय की भावनाओं की ताकत को समझते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि भविष्य के समारोहों में धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा।” हालांकि, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक बयान में मेनू को लेकर कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की गई।
विवाद के केंद्र में क्या रहा?
ब्रिटिश भारतीय कंजरवेटिव सांसद शिवानी राजा ने इस मामले को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर को औपचारिक पत्र लिखा। उन्होंने अपने पत्र में दिवाली पार्टी के आयोजन में हिंदू परंपराओं और रीति-रिवाजों की अनदेखी पर नाराजगी जताई।
शिवानी राजा ने लिखा, “अपने निर्वाचन क्षेत्र के हजारों हिंदुओं का प्रतिनिधित्व करते हुए मुझे यह जानकर गहरा दुख हुआ कि देश के सबसे बड़े कार्यालय में हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार पर रीति-रिवाजों का ध्यान नहीं रखा गया। यह आयोजन हिंदू परंपराओं के ज्ञान की कमी को दर्शाता है।”
लेबर पार्टी की दिवाली पार्टी और विवाद
29 अक्टूबर को लेबर पार्टी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर द्वारा दिवाली पार्टी का आयोजन किया गया। इस समारोह में शराब और मांसाहार परोसे जाने पर ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में आलोचना हुई। हिंदू, सिख और जैन समुदायों ने इसे धार्मिक परंपराओं के खिलाफ बताया।
हालांकि, कार्यक्रम के दौरान कीर स्टार्मर ने दिवाली के महत्व पर प्रकाश डाला और इसे एकता, प्रचुरता और स्वागत का उत्सव बताया। उन्होंने हिंदू, सिख और जैन समुदायों के योगदान की सराहना करते हुए साझा मूल्यों पर जोर दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की परंपराओं की मिसाल
दिवाली पर ब्रिटेन के पहले हिंदू प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा की गई परंपरागत पूजा की यादें ताजा करते हुए कई लोगों ने इस बार की पार्टी की तुलना की। ऋषि सुनक के समय 10 डाउनिंग स्ट्रीट में दिये जलाने, पूजा और रंगोली बनाने जैसे आयोजनों ने समुदाय को धार्मिक मूल्यों से जोड़कर रखा था।