नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले राजधानी में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों की एक अहम बैठक बुलाई है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक उस समय हो रही है, जब केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगा रहे हैं कि वह उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।
AAP उम्मीदवारों के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे केजरीवाल
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी के सभी 70 उम्मीदवारों के साथ यह बैठक शुक्रवार सुबह साढ़े 11 बजे होगी। अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि उनके 16 उम्मीदवारों को अन्य पार्टी में शामिल होने के लिए फोन आए हैं और प्रत्येक को 15-15 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया गया है।

केजरीवाल ने अपने आरोपों को सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने एक्स (Twitter) पर एक पोस्ट में कहा, “कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि एक पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आए हैं कि ‘आप’ छोड़कर उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है?”
उन्होंने आगे यह भी कहा, “जाहिर तौर पर ये फर्जी सर्वे करवाए जा रहे हैं, ताकि माहौल बनाया जा सके और कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। हमारा एक भी उम्मीदवार नहीं टूटेगा।”
AAP विधायक ने किया दावा
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मुकेश अहलावत ने भी इस मुद्दे पर खुलकर बयान दिया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “मैं मर जाऊं, कट जाऊं, लेकिन कभी अरविंद केजरीवाल का साथ नहीं छोड़ूंगा। मुझे इस नंबर से फोन आया, जिसमें कहा गया कि उनकी सरकार बन रही है, मंत्री बना देंगे और 15 करोड़ रुपये भी देंगे। ‘आप’ छोड़कर आ जाओ। मैं इनको कहना चाहता हूं कि केजरीवाल और ‘आप’ पार्टी ने मुझे इज्जत दी है, मैं मरते दम तक अपनी पार्टी को नहीं छोड़ूंगा।”
सीएम आतिशी ने भी साधा निशाना
मुकेश अहलावत की पोस्ट पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “अगर एक पार्टी की 50 से ज्यादा सीटें आ रही हैं, तो ये हमारे प्रत्याशियों को संपर्क कर के तोड़ने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? यह दिखा रहा है कि एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की एक साजिश है!”