नई दिल्ली: दिल्ली की सियासत में एक बार फिर अप्रत्याशित मोड़ आया है। दिल्ली नगर निगम (MCD) के आगामी मेयर चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच संभावित टक्कर की जो उम्मीदें थीं, वे अब समाप्त हो गई हैं। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिससे साफ हो गया है कि बीजेपी का मेयर बनना अब लगभग तय है।

आम आदमी पार्टी का मैदान छोड़ने का ऐलान
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी इस बार मेयर चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पार्षदों को डराने-धमकाने और खरीदने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं। यही वजह है कि पार्टी ने “राजनीतिक शुचिता” को देखते हुए इस बार चुनाव न लड़ने का फैसला किया है।
आतिशी ने भी इस निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि बीजेपी ऑपरेशन लोटस के तहत देशभर में विपक्षी पार्टियों को तोड़ती रही है और अब दिल्ली नगर निगम में भी वही करने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली मेयर चुनाव का गणित
मेयर चुनाव में संभावित परिणामों को देखते हुए AAP का मैदान छोड़ना रणनीतिक रूप से भी समझा जा सकता है। मौजूदा गणित के अनुसार:
दल | पार्षद (विधायक बनने के बाद) | अतिरिक्त सदस्य | कुल वोट |
---|---|---|---|
बीजेपी | 112 | 13 विधायक + 7 सांसद | 132 |
AAP | 118 | 3 राज्यसभा सांसद + 1 विधायक | 122 |
कांग्रेस | 8 | – | (यदि समर्थन दे तो) 130 |
इस गणित में साफ है कि कांग्रेस के समर्थन के बावजूद आम आदमी पार्टी बहुमत से पीछे रह जाती। ऐसे में हार की आशंका को भांपते हुए पार्टी ने चुनावी रेस से खुद को अलग कर लिया।
भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के आरोप
सौरभ भारद्वाज ने परिसीमन के दौरान गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भी बीजेपी ने MCD चुनाव रुकवाने की कोशिश की थी। वार्डों के परिसीमन में मनमानी की गई, फिर भी चुनाव हार गए। वहीं आतिशी ने कहा कि संसद में लाया गया एक्ट पूरी तरह से लोकतंत्र को कमजोर करने की दिशा में एक कदम था।

बीजेपी पर तीखे हमले
AAP नेताओं ने यह भी कहा कि अब जब बीजेपी को सत्ता सौंपी जा रही है तो वह बिना किसी बहाने के दिल्ली की जनता के लिए काम करे। “चार इंजन की सरकार” की बात करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र, उपराज्यपाल, एमसीडी और अब मेयर — सब कुछ बीजेपी के पास है, तो अब काम में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।