नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए राष्ट्रीय राजधानी में बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब वह विदेश यात्रा पर होते हैं, तो दिल्ली की अव्यवस्थाओं के बारे में चर्चा करते समय उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है।
दक्षिण भारतीय समुदाय के साथ आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा, “जब भी मैं विदेश जाता हूं, तो एक बात छुपाने की कोशिश करता हूं। मुझे यह स्वीकार करने में शर्म आती है कि देश की राजधानी में लोग अब भी घर, गैस सिलेंडर, स्वच्छ पेयजल और आयुष्मान भारत जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लाभ से वंचित हैं।”
“पिछले एक दशक में विकास की रफ्तार थमी”
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि पिछले दस वर्षों में दिल्ली के विकास की गति रुक गई है। उन्होंने कहा, “दिल्ली के नागरिकों को उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया है। पानी, बिजली, गैस और स्वास्थ्य सेवाएं नागरिकों का हक हैं, लेकिन वर्तमान सरकार इन्हें सुनिश्चित करने में विफल रही है। अब समय आ गया है कि 5 फरवरी को मतदान के जरिए दिल्ली की जनता इस सरकार को जवाब दे।”
“दुनिया में बदली भारत की छवि: जयशंकर”
एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की वैश्विक छवि में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा, “जब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी का सामना कर रही है, तब भी भारत 6 से 7 प्रतिशत की विकास दर के साथ मजबूती से आगे बढ़ रहा है। यह दिखाता है कि मजबूत नेतृत्व से देश को कैसे प्रगति के पथ पर ले जाया जा सकता है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर नजर
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर मतदान 5 फरवरी को होना है, जबकि मतगणना 8 फरवरी को की जाएगी। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है।
चुनावी मुद्दों की दिशा तय करेगा यह बयान
एस जयशंकर के इस बयान को चुनावी रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा दिल्ली के विकास और बुनियादी सुविधाओं की कमी को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाने की तैयारी में है।
निष्कर्ष:
विदेश मंत्री के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है। अब देखना यह है कि आम आदमी पार्टी इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और दिल्ली की जनता आगामी चुनाव में किसे अपना समर्थन देती है।