नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के चलते जलभराव ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों से लेकर रिहायशी इलाकों तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दफ्तर जाने वाले लोग हों या अन्य प्राइवेट जॉब करने वाले कर्मचारी, सभी मुश्किलों का सामना करते हुए किसी तरह अपने गंतव्य पर पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। आम हो या खास, हर कोई जलभराव से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के अपने सहयोगी दल आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला है।
हर इलाका जलमग्न
दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा, “बारिश ने दिल्ली वासियों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। हर तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है। कोई ऐसा इलाका नहीं है जहां जलभराव की समस्या न हो। दिल्ली का ऐसा हाल पहले कभी नहीं देखा गया।” यादव ने यह भी कहा कि हालात को देखते हुए कांग्रेस ने दिल्ली सरकार को कई बार चेतावनी दी थी और उपाय सुझाए थे, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
मुसीबत के समय सरकार का उदासीन रवैया
देवेंद्र यादव ने आगे कहा, “दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में बारिश के कारण जलभराव देखने को मिल रहा है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। हमने मौसम और बारिश को लेकर दिल्ली सरकार को कई बार पत्र लिखकर समस्याओं को लेकर अलर्ट किया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। आज सोशल मीडिया पर दिल्ली की स्थिति देखकर चिंता हो रही है। मानसून के पहले दिन से ही दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं।”
जल मंत्री आतिशी पर निशाना
कांग्रेस ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी पर भी निशाना साधा। आतिशी ने बयान दिया था कि दिल्लीवासियों को 228 एमएम बारिश झेलने की आदत 24 साल से है। इसका मतलब यह है कि दिल्ली में एक दिन में ही कुल बारिश का एक चौथाई पानी बरस गया है। दिल्ली में होने वाली कुल 800 एमएम बारिश में से एक चौथाई बारिश एक ही दिन में हो गई। इस कारण दिल्ली के सभी इलाकों के नाले ओवरफ्लो हो गए। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी अपने घर के सामने का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसमें जलभराव की स्थिति स्पष्ट दिख रही थी।
दिल्लीवासियों की मुश्किलें
भारी बारिश से दिल्ली के लोग बेहाल हैं। जलभराव के कारण ट्रैफिक जाम, गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटनाओं की आशंका और जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं और सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर लोगों की दैनिक गतिविधियाँ सभी प्रभावित हो रही हैं।
दिल्ली में बारिश के कारण उत्पन्न समस्याओं पर सरकार की निष्क्रियता और लचर प्रबंधन को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के इस हमले के बाद देखना होगा कि दिल्ली सरकार क्या कदम उठाती है और क्या सुधारात्मक उपाय करती है ताकि दिल्लीवासी इस मुसीबत से उबर सकें।