नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव शुक्रवार को होने जा रहा है, लेकिन इस बार मुकाबला एकतरफा नजर आ रहा है क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। इस फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
भाजपा के प्रत्याशी – राजा इकबाल सिंह और जयभगवान यादव मैदान में
भाजपा ने मेयर पद के लिए राजा इकबाल सिंह को और डिप्टी मेयर पद के लिए जयभगवान यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। एमसीडी में पार्षदों की मौजूदा संख्या और विपक्षी दल के बहिष्कार को देखते हुए भाजपा की जीत की संभावना बेहद प्रबल हो गई है।

आम आदमी पार्टी का बहिष्कार और आरोप
गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय और AAP के अन्य नेताओं ने कहा कि अब दिल्ली में केंद्र सरकार, राज्यपाल और एमसीडी — तीनों पर भाजपा का नियंत्रण है। पार्टी का कहना है कि इस “ट्रिपल इंजन सरकार” के बीच आम आदमी पार्टी का जनादेश कुचलने का प्रयास किया जा रहा है।
डॉ. ओबेरॉय ने कहा,
“अब भाजपा ने एमसीडी पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया है, और लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में चुनाव लड़ना केवल दिखावा होता।”
भाजपा का पलटवार – ‘डरकर भाग गई AAP’
भाजपा के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि AAP इस चुनाव से क्रॉस वोटिंग के डर के कारण पीछे हटी है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के कई पार्षद पार्टी लाइन से हटकर भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकते थे, जिसे भांपते हुए AAP ने बहिष्कार का रास्ता अपनाया।
“AAP ने यह मान लिया है कि उनके पार्षद अब पार्टी नेतृत्व पर भरोसा नहीं रखते,” – कपूर ने कहा।

वर्तमान पार्षद गणित: भाजपा की स्थिति मजबूत
भाषा समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली नगर निगम में इस समय 238 पार्षद सक्रिय हैं, क्योंकि 11 सीटें विधानसभा चुनाव और 1 सीट लोकसभा चुनाव के लिए खाली हैं।
पार्टी 2022 में सीटें वर्तमान सीटें
भाजपा 104 117
आप 134 113
कांग्रेस 9 8
मेयर चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 238 पार्षदों के अलावा 10 सांसद और 3 विधायक भी शामिल हैं।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने निर्वाचक मंडल में भाजपा के 11 और आप के 3 विधायकों को नामित किया है।