नई दिल्ली, 21 सितंबर 2024: नेता और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ सदस्य आतिशी ने आज दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। यह शपथ उन्हें राजनिवास में उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिलाई गई। आतिशी को दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। उनके साथ ही कैबिनेट के पांच अन्य मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी शपथ ली। इस अवसर पर केवल सचिव स्तर के सरकारी अधिकारी उपस्थित रहे और समारोह को अत्यधिक सादगीपूर्ण रखा गया।
आतिशी बनीं दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कर चुकी हैं। उनसे पहले शीला दीक्षित ने कांग्रेस की ओर से 15 वर्षों तक लगातार मुख्यमंत्री पद संभाला, जबकि भारतीय जनता पार्टी से सुषमा स्वराज कुछ समय के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। आतिशी ने अपने नेतृत्व में एक नई शुरुआत की है और उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपने अनुभव और कार्यशैली से दिल्ली को एक नई दिशा देंगी।
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और आम आदमी पार्टी का रुख
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा हाल ही में राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार कर लिया गया था। इसके बाद आतिशी को मुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय लिया गया। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच इस बदलाव को लेकर कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। आतिशी ने अपने मुख्यमंत्री बनने पर किसी भी प्रकार के जश्न से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उन्हें इस उपलब्धि पर कोई खुशी नहीं है, इसलिए कार्यकर्ताओं से भी आग्रह किया कि वे कोई औपचारिक बधाई न दें।
मंत्री से मुख्यमंत्री तक का सफर
पिछले डेढ़ साल में आतिशी ने अपने नेतृत्व की क्षमता का प्रमाण दिया है। मनीष सिसोदिया के शराब घोटाले में गिरफ्तारी और सत्येंद्र जैन के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल जाने के बाद, अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अपने कैबिनेट में जगह दी थी। मार्च 2023 में आतिशी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और आज वह मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। उनके नेतृत्व में दिल्ली सरकार की नीतियों और योजनाओं में महत्वपूर्ण बदलाव आने की संभावना है।
सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री बनने से पहले आतिशी के पास दिल्ली सरकार में सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी थी। इनमें शिक्षा, उच्च शिक्षा, वित्त, महिला एवं बाल विकास, लोक निर्माण विभाग, बिजली, योजना, पर्यटन, कला व संस्कृति, भाषा, सूचना और जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभाग शामिल थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी संभावना है कि वह अधिकांश विभागों का कार्यभार स्वयं संभालेंगी, जिससे उनके पास प्रशासनिक अनुभव का व्यापक दायरा बना रहेगा।
कैबिनेट में नया चेहरा: मुकेश अहलावत
इस शपथ ग्रहण समारोह में एक नया चेहरा भी शामिल हुआ—मुकेश अहलावत। दलित समुदाय से आने वाले मुकेश को आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट में शामिल किया है, जो पार्टी की आगामी रणनीति का स्पष्ट संकेत है। दिल्ली की दलित बहुल विधानसभा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए यह कदम अहम माना जा रहा है।
विधानसभा सत्र: विपक्ष की मांग
नई मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की तैयारी है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने संकेत दिया है कि 8 अक्टूबर से पहले सत्र बुलाया जाएगा। इस बीच, भाजपा ने सत्र की अवधि को लेकर आपत्ति जताई है और सात दिनों के सत्र की मांग की है, जिसमें प्रश्नकाल भी शामिल हो ताकि दिल्ली की जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो सके।