दक्षिण भारत के चार प्रमुख राज्यों—कर्नाटक, पुडुचेरी, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश—में मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस अलर्ट के चलते कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है, जिससे जनजीवन पर व्यापक असर पड़ रहा है।
कर्नाटक में जनजीवन अस्त-व्यस्त, बेंगलुरु में जलभराव
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु सहित राज्य के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश के कारण आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते इस मूसलधार बारिश की स्थिति उत्पन्न हुई है। कर्नाटक के उत्तरी हिस्सों में अगले 24 घंटों में इसी तरह के मौसम की भविष्यवाणी की गई है, जो अगले चार दिनों तक बनी रह सकती है।
राज्य के तटीय क्षेत्रों सहित तुमकुरु, मैसूरु, कोडागु, चिकमंगलुरु, हासन, कोलार, शिवमोगा और चिक्काबल्लापुर जिलों में ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। इन इलाकों में भारी बारिश से जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई सड़कें और मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए हैं, और वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है।
पुडुचेरी में भी अलर्ट, स्कूल-कॉलेज बंद
पुडुचेरी और कराईकल में भी भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने बुधवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश जारी किया है। गृह मंत्री ए. नम्मसिवायम ने घोषणा की कि इन क्षेत्रों के निजी और सरकारी सहायता प्राप्त सभी संस्थान भी बंद रहेंगे। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 62 टीमों को तैनात कर दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
तमिलनाडु में भी बारिश का असर, तिरुवल्लूर और चेन्नई प्रभावित
तमिलनाडु के चेन्नई और तिरुवल्लूर जिलों में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव अब निम्न दबाव के क्षेत्र में बदल चुका है, और इसके आगे और गहराने की संभावना है। इससे आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि तेज हवाओं के कारण गिरे पेड़ों को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है, और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है। राज्य सरकार ने सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं और लोगों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी के लिए ‘टीएन अलर्ट ऐप’ का उपयोग करें। आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी गई है, जबकि मेट्रो रेल, विमान और ट्रेन सेवाओं पर अब तक कोई विशेष असर नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और तमिलनाडु आपदा मोचन बल को पहले से तैनात करने के निर्देश दिए हैं।