आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के 42वें मैच में अफगानिस्तान की टक्कर दक्षिण अफ्रीका के साथ है. गुरुवार को न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच खेले गए मैच के बाद इस मैच का रोमांच बेहद कम रह गया है. अगर न्यूजीलैंड की टीम हार जाती तो अफगानिस्तान के पास वर्ल्ड कप में इतिहास रचने का मौका था. लेकिन अब अफगानिस्तान के सामने ऐसा हिसाब किताब खड़ा हो गया है जिसे मुमकिन कर दिखाना शायद ही दुनिया में किसी के बस में है. हालांकि सेमीफाइनल की रेस से बाहर होने के बावजूद अफगानिस्तान की टीम आखिरी मैच को जीतकर यादगार तरीके से वर्ल्ड कप के सफर का अंत करना चाहेगी.
अफगानिस्तान ने इस वर्ल्ड कप में रोमांच पैदा करने में कोई कसर नहीं रहने दी. अफगानिस्तान ने इस वर्ल्ड कप में चैंपियन इंग्लैंड को हराकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसके बाद अफगान टीम पाकिस्तान को पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट के किसी मुकाबले में मात देने में कामयाब रही. अफगानिस्तान टीम के लिए यह बड़ी उपलब्धि थी. इतना ही नहीं अफगानिस्तान ने 8 में से चार मैच जीतकर दिखाया है कि उसके अंदर भविष्य में एक बेहतर टीम बनने की काबिलियत है. इसलिए अफगानिस्तान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले को भी हल्के में नहीं लेना चाहेगा.
वहीं दक्षिण अफ्रीका की टीम नीदरलैंड्स के खिलाफ हुए मैच के बाद संभलने में कामयाब रही. दक्षिण अफ्रीका ने 8 में से 6 मैचों में जीत दर्ज की है और वह सेमीफाइनल में जगह पक्की कर चुकी है. हालांकि दक्षिण अफ्रीका के सामने लक्ष्य का पीछा करते हुए खुद को साबित करने की चुनौती बरकरार है. पाकिस्तान के खिलाफ किसी तरह से अफ्रीकी टीम को एक विकेट से जीत नसीब हुई. ऐसे में अफगानिस्तान के खिलाफ अफ्रीकी टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का विकल्प चुन सकती है. नॉकआउट मैचों से पहले दक्षिण अफ्रीका के लिए यह कमियों को दूर करने का बेहतरीन मौका है.