तेलंगाना चुनाव परिणाम में कांग्रेस की जीत: तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराकर बहुमत हासिल कर चुकी कांग्रेस अब सरकार बनाने में जुट गई है. कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार (3 दिसंबर) को ही देर शाम तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया.
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि आज सोमवार (04 दिसंबर) को राज्य में मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसकी घोषणा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कर सकते हैं. इसके साथ ही आज ही शाम 8 बजे तक राजभवन में शपथ ग्रहण भी होनी की संभावना है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक मंगलवार (5 दिसंबर) की सुबह होगी.
शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज, हमारे प्रभारी महासचिव (कांग्रेस के) माणिकराव ठाकरे, प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और हमारे सभी एआईसीसी पर्यवेक्षकों के नेतृत्व में, हमने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया.’’
मंगलवार को तय होगा मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार
शिवकुमार, कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक के समन्वय के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों में शामिल हैं. सूत्रों ने बताया है कि मंगलवार को पार्टी विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री पद पर कौन बैठेगा, इस पर निर्णय ले लिया जाएगा.
हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘कल हम बैठक कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी में हमारी एक कार्यप्रणाली है. इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद आपसे बातचीत करेंगे.’’ शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस ने नवनिर्वाचित विधानसभा में 65 सदस्यों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
माकपा ने भी जीती है एक सीट
आपको बता दें कि तेलंगाना में कांग्रेस ने 119 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनावों में 64 सीटें जीती हैं. जबकि उसके सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को एक सीट पर जीत मिली है. सूत्रों ने बताया है की माकपा भी सरकार का हिस्सा बन सकती है.
आपको बता दें कि तेलंगाना का गठन जून 2014 में हुआ था. उसके बाद से ही KCR राज्य के मुख्यमंत्री थे. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब सूबे में गैर TRS या अब BRS की सरकार बनेगी.