चिड़ावा: क्षेत्र के क्यामसर स्थित तेजाजी मन्दिर के निर्माण कार्य को उस समय नई ऊर्जा मिली, जब राष्ट्रीय जाट महासंघ के जिला संयोजक और प्रख्यात तेजा भक्त मनरूप सिंह माठ ने मन्दिर निर्माण के लिए 5 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की। इस सहयोग की घोषणा के बाद तेजाजी मन्दिर परिसर में श्रद्धा और सम्मान का वातावरण देखने को मिला, जहां समाज के प्रबुद्धजनों और संगठन पदाधिकारियों ने माठ का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया।
तेजाजी मन्दिर परिसर में हुआ सम्मान समारोह
क्यामसर तेजाजी मन्दिर में आयोजित संक्षिप्त लेकिन भावनात्मक स्वागत कार्यक्रम में मनरूप सिंह माठ को सोल साफा पहनाया गया और माला अर्पित कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर तेजाजी मन्दिर निर्माण को लेकर समाज में सकारात्मक संदेश गया कि जनसहयोग से धार्मिक आस्था के केंद्रों को भव्य स्वरूप दिया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय जाट महासंघ से जुड़े कई प्रमुख पदाधिकारी और समाजसेवी उपस्थित रहे। जिला प्रभारी कैप्टन कुलदीप मान, जिला संगठन महामंत्री कंवरपाल बलवदा, ब्लॉक उपाध्यक्ष कैप्टन सुरेन्द्र महला, रामजीलाल झाझडिया, कर्मवीर मेचू, कृष्ण कुमार और राहुल ने मनरूप सिंह माठ के इस योगदान की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।
भारत के सबसे ऊंचे तेजाजी मन्दिर का हो रहा निर्माण
राष्ट्रीय जाट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विरेन्द्र क्यामसरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि क्यामसर में जनसहयोग से 165 फीट ऊंचे शिखर वाले तेजाजी मन्दिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो पूर्ण होने पर भारत का सबसे ऊंचा तेजाजी मन्दिर होगा। उन्होंने कहा कि यह मन्दिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को भी राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगा।
जनसहयोग की अपील, श्रद्धालुओं से आगे आने का आह्वान
डॉ. विरेन्द्र क्यामसरिया ने समाज के सभी वर्गों से मन्दिर निर्माण में बढ़-चढ़कर सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि तेजाजी महाराज की आस्था से जुड़े इस ऐतिहासिक निर्माण कार्य में प्रत्येक श्रद्धालु का योगदान महत्वपूर्ण है। मनरूप सिंह माठ द्वारा घोषित 5 लाख रुपये का सहयोग अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।





