अमेरिका: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप हाल ही में उस समय सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गए, जब एयरफोर्स वन की सीढ़ियां चढ़ते समय वे अपना संतुलन खो बैठे और गिरते-गिरते बचे। यह घटना न्यू जर्सी एयरबेस पर उस वक्त घटी, जब ट्रंप अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ कैंप डेविड के लिए रवाना हो रहे थे।
इस घटना का 8 सेकंड का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल हो गया है, जिसे यूज़र @ChrisDJackson ने साझा किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रंप सीढ़ियां चढ़ते समय अचानक लड़खड़ा जाते हैं, लेकिन खुद को संभाल लेते हैं और ऊपर की ओर बढ़ते हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़
इस घटना ने सोशल मीडिया पर राजनीतिक व्यंग्य और आलोचनाओं का नया दौर शुरू कर दिया है। #Biden2.0 हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। कई नेटिजन्स ने इसे ट्रंप के पूर्व बयानों पर करारा जवाब बताया, क्योंकि ट्रंप ने अपने चुनावी अभियानों के दौरान जो बाइडेन के बार-बार सार्वजनिक रूप से लड़खड़ाने और फिसलने की घटनाओं पर कटाक्ष किए थे।
एक यूजर ने लिखा,
“जब बाइडेन फिसले थे तो कई दिनों तक मीडिया में चर्चाएं हुई थीं। अब ट्रंप फिसले हैं तो चुप्पी क्यों? क्या इंसान होना अब पार्टी लाइन से जुड़ा है?”
वहीं एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए लिखा,
“बाइडेन 2.0 शुरू हो गया है। अब न्यूरोलॉजिकल फिटनेस टेस्ट का वक्त फिर आ गया है।”
राजनीतिक और सार्वजनिक छवि पर असर
हालांकि यह घटना छोटी थी और ट्रंप को कोई चोट नहीं आई, लेकिन इसका राजनीतिक महत्व इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि यह उसी विमान की सीढ़ियों पर हुआ, जहां से कभी बाइडेन के लड़खड़ाने की घटनाओं पर ट्रंप ने तंज कसे थे। अब जब वही घटना ट्रंप के साथ हुई, तो आलोचकों को उन्हें घेरने का मौका मिल गया।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस वीडियो का लंबे समय तक राजनीतिक उपयोग हो सकता है, खासकर 2024 के चुनावों के मद्देनज़र। चुनावी विमर्श में स्वास्थ्य और मानसिक फिटनेस जैसे मुद्दे अब और अधिक गहराई से उठ सकते हैं।

क्या यह महज़ एक मानवीय भूल है?
ट्रंप समर्थकों का कहना है कि यह एक साधारण मानवीय भूल थी, जिसे अनावश्यक रूप से तूल दिया जा रहा है। वे इस घटना की तुलना बाइडेन की बार-बार होने वाली घटनाओं से करने को गलत ठहरा रहे हैं।
हालांकि आलोचकों का मानना है कि यदि ट्रंप ने पहले इस तरह की घटनाओं पर दूसरों का मजाक नहीं उड़ाया होता, तो शायद अब उन्हें खुद भी इस व्यंग्य का सामना नहीं करना पड़ता।