झुंझुनू, 22 दिसम्बर 2024: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर झुंझुनूं के सांसद बृजेंद्र ओला ने कड़ा विरोध प्रकट किया। उन्होंने झुंझुनूं में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान इसे भारतीय संविधान और उसके निर्माता का अपमान बताते हुए कहा कि देश के करोड़ों नागरिक इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सांसद ओला ने अमित शाह से माफी की मांग की
बृजेंद्र ओला ने गृहमंत्री की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा, “डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक समानता और न्याय के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उनकी प्रतिष्ठा पर इस प्रकार की बयानबाजी न केवल निंदनीय है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों पर चोट है।” उन्होंने अमित शाह से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो इस मुद्दे को संसद से लेकर सड़कों तक उठाया जाएगा।
डॉ. अंबेडकर के योगदान को किया याद
सांसद ओला ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने एक ऐसा संविधान दिया, जिसने हर धर्म, जाति और वर्ग को समान अधिकार दिए। उन्होंने कहा, “डॉ. अंबेडकर का अपमान केवल उनका नहीं, बल्कि देश के हर उस नागरिक का अपमान है, जो संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखता है। हम इसे सहन नहीं करेंगे।”
विरोध का समर्थन करते हुए अन्य नेता भी आए आगे
प्रेस वार्ता में मौजूद झुंझुनूं प्रधान पुष्पा चाहर, कॉंग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष खलील बुडॉना, झुंझुनूं ब्लॉक अध्यक्ष अजमत अली, गिडानीया ब्लॉक अध्यक्ष सुमेर महला, पीसीसी मेंबर रणजीत चंदोलिया, मदन सैनी, राकेश राहर, तयब अली, प्रदीप सैनी सहित कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने बृजेंद्र ओला के इस विरोध का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि संविधान और उसके निर्माता पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी को गंभीरता से लिया जाएगा और इसके खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाई जाएगी।
सांसद ओला का आंदोलन का ऐलान
झुंझुनूं के सांसद ने इस मुद्दे पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर गृहमंत्री अमित शाह ने माफी नहीं मांगी, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह देश की आत्मा और उसके संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का सवाल है।”