झुंझुनूं: पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान से नाराज डॉक्टरों ने मंगलवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में डॉक्टरों ने गुढ़ा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है और तीन दिन में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
गुढ़ा से क्यों नाराज़ हैं डॉक्टर ?
28 जून को बीडीके अस्पताल में धरना देते हुए गुढ़ा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) और अन्य डॉक्टरों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। डॉक्टरों का कहना है कि गुढ़ा के बयान से उनका आत्मसम्मान ठेस पहुंचा है और पूरे चिकित्सक समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
डॉक्टरों ने क्या कहा ?
डॉक्टरों ने ज्ञापन में कहा है कि वे दिन-रात आम जनता की सेवा में लगे रहते हैं। बीडीके अस्पताल में प्रतिदिन 3000 से अधिक मरीजों का इलाज होता है और 15-20 प्रसव भी कराए जाते हैं। इसके अलावा, जिले भर में डॉक्टर हजारों मरीजों को सेवाएं प्रदान करते हैं।
डॉक्टरों की मांगें:
- गुढ़ा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
- अस्पताल में धरना प्रदर्शन रोकने की मांग
ज्ञापन देने वालों में शामिल:
डॉ. कमलचंद सैनी, उपचार प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. लालचंद ढाका, आईएमए अध्यक्ष, डॉ. एस जब्बार, अरिशदा जिला अध्यक्ष, डॉ. राजेंद्र ढाका, महासचिव, डॉ. छोटेलाल गुर्जर, सीएमएचओ, डॉ. दयानंद सिंह, आरसीएचओ, डॉ. भंवर लाल सर्वा, डिप्टी सीएमएचओ, डॉ. अभिषेक सिंह, डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण, डॉ. जितेंद्र सिंह, डीपीसी, डॉ. संदीप पचार, पीएमओ, डॉ. रेखा, ब्लॉक प्रतिनिधि, डॉ. राहुल सुमन, डॉ. तेजपाल कटेवा, डॉ. प्रहलाद, डॉ. शैलेश कुमार, डॉ. कैलाश राहड़, प्रवक्ता