झुंझुनूं: में डेनिस बावरिया हत्याकांड में कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 50 हजार रुपये के इनामी और मुख्य नामजद आरोपी दीपक मालसरिया को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। फरारी के दौरान आरोपी मंदिरों के बाहर भिखारी का वेश बनाकर भीख मांगते हुए अपना गुजारा कर रहा था। पुलिस की सतर्कता, तकनीकी निगरानी और मुखबिर तंत्र के चलते इस सनसनीखेज मामले में बड़ी कामयाबी मिली है।
फरारी का अनोखा तरीका: मंदिर के सामने भिखारी बनकर छिपा था आरोपी
जांच के दौरान सामने आया कि दीपक मालसरिया के पास फरारी के लिए न तो पैसे बचे थे और न ही किसी करीबी का साथ मिला। आर्थिक तंगी के चलते उसने अपने सिर के आधे बाल मुंडवा लिए, फटे पुराने कपड़े पहने और मंदिरों के बाहर कटोरा लेकर भीख मांगना शुरू कर दिया। जयपुर के खोले के हनुमानजी मंदिर के सामने वह रोज़ाना राहगीरों से रोटी और चिल्लर मांगकर जीवनयापन कर रहा था, ताकि पुलिस की पकड़ से बच सके।
मुखबिर सूचना और दो दिन की रैकी से आया पकड़ में
कोतवाली पुलिस को कांस्टेबल प्रवीण कुमार से विश्वसनीय सूचना मिली कि मुख्य आरोपी जयपुर में भिखारी के रूप में छिपा हुआ है। इसके बाद पुलिस टीम ने मंदिर क्षेत्र में लगातार दो दिन तक रैकी की, आसपास बैठे भिखारियों से पूछताछ की और आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखी। पुष्टि होते ही दीपक मालसरिया को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या है पूरा मामला: डेनिस बावरिया पर जानलेवा हमला
20 अक्टूबर 2025 को इलाज के दौरान दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, डेनिस उर्फ नरेश कुमार अपने साथियों सचिन, दीपचंद उर्फ कालू और राकेश के साथ पटाखों का हिसाब कर स्कॉर्पियो गाड़ी से चूड़ेला गांव जा रहा था। चूरू बाईपास के पास पहले एक सफेद कैंपर ने सामने से टक्कर मारी, जिसे प्रशांत उर्फ पोखर चला रहा था। इसके बाद दीपक मालसरिया और मंदीप उर्फ मदीया द्वारा चलाई गई अन्य कैंपर गाड़ियों से चारों तरफ से घेरकर हमला किया गया।
अपहरण, लूट और जानलेवा मारपीट के बाद जोहड़ में फेंकने का आरोप
हमले के बाद डेनिस को बंदूक की नोक पर गाड़ी से उतारकर लोहे की पाइपों और सरियों से बेरहमी से पीटा गया। दीपक मालसरिया, हितेश मील, अजय जाट और प्रशांत उर्फ पोखर ने गंभीर चोटें पहुंचाईं। इसके बाद मंदीप उर्फ मदीया और कपिल के कहने पर डेनिस का अपहरण कर उसे रसोडा गांव के जोहड़ में फेंक दिया गया। आरोपी पीड़ित की सोने की चेन, चांदी की अंगूठी, तीन लाख रुपये नकद और पटाखों से भरी गाड़ी भी लूट ले गए।
गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की कई गंभीर धाराओं के साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा 3(2)(VA) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस के अनुसार आरोपी दीपक मालसरिया के खिलाफ पहले से आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आगे की कार्रवाई जारी
गिरफ्तारी के बाद आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही पूरे नेटवर्क के खुलासे की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, इनामी आरोपी गिरफ्त में
डेनिस बावरिया हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी दीपक मालसरिया की गिरफ्तारी कोतवाली पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत और वृताधिकारी गोपाल सिंह ढाका के सुपरविजन में यह कार्रवाई अंजाम दी गई। कोतवाली थानाधिकारी श्रवण कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को जयपुर से दस्तयाब किया।





