झुंझुनू: जिले के गोठड़ा थाना क्षेत्र में जमीन विवाद ने एक बार फिर संगठित अपराध का खौफनाक चेहरा उजागर कर दिया। श्रवण भादवासी गैंग और रविन्द्र कटेवा गैंग के बीच हुई गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी की हत्या के बाद जिला पुलिस ने त्वरित और सख्त कार्रवाई करते हुए रविन्द्र कटेवा, विकास बटार, संदीप गिल और पंकज रूलानिया को गिरफ्तार किया है। इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड में पुलिस ने तीन थार, तीन कैम्पर, एक फॉर्च्यूनर और एक ब्रेजा सहित कुल आठ वाहनों को भी जब्त किया है, जबकि फरार आरोपियों की तलाश और अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई लगातार जारी है।
जमीन विवाद से शुरू हुई खूनी गैंगवार
पुलिस जांच में सामने आया कि ग्राम भादवासी, जिला सीकर में स्थित जमीन को लेकर श्रवण भादवासी गैंग और रविन्द्र कटेवा गैंग के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। इसी रंजिश में दोनों गैंग आमने-सामने आए और थाना गोठड़ा क्षेत्र के कैमरी की ढाणी, खिरोड़ में गैंगवार की घटना हुई। इस दौरान आपसी फायरिंग में श्रवण भादवासी गैंग का सक्रिय सदस्य और रानोली थाना का हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
50 लाख की सुपारी, फिर बदले की आग
पुलिस के अनुसार श्रवण भादवासी गैंग ने पहले रविन्द्र कटेवा की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी देकर कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी और उसके साथियों को भेजा था। इससे पहले नवंबर 2024 में रविन्द्र कटेवा गैंग द्वारा श्रवण भादवासी गैंग के सदस्य सुरेश मुवाल पर जानलेवा हमला किया गया था। इसी घटना का बदला लेने और जमीन विवाद को लेकर दोनों गैंगों के बीच हिंसक टकराव हुआ।
फायरिंग में दो गैंग, दो मौतें
घटना के दिन गोलू स्वामी अपने साथी पिंटु भिचरी, राजू अठवास और नंदू सिंह राजपूत के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से रविन्द्र कटेवा के घर पहुंचा था। बातचीत के दौरान कहासुनी बढ़ी और देखते ही देखते फायरिंग शुरू हो गई। पीछा करने के दौरान खेतों में हुई आपसी गोलीबारी में गोलू स्वामी की मौके पर मौत हो गई, जबकि बाद में इलाज के दौरान रविन्द्र कटेवा गैंग के सदस्य सुनिल सुंडा की भी मृत्यु हो गई।
चार हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार, 8 लग्ज़री वाहन जब्त

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हिस्ट्रीशीटर रविन्द्र कटेवा, विकास बटार, संदीप गिल और पंकज रूलानिया को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से तीन थार, तीन कैम्पर, एक फॉर्च्यूनर और एक ब्रेजा गाड़ी जब्त की गई। पुलिस का कहना है कि ये वाहन गैंग गतिविधियों और अपराध में उपयोग किए जा रहे थे।
संगठित अपराध और आर्म्स एक्ट की गंभीर धाराएं
इस पूरे मामले में दोनों गैंगों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, फायरिंग, संगठित अपराध और आर्म्स एक्ट सहित भारतीय न्याय संहिता 2023 की गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि फरार आरोपियों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
अवैध संपत्तियों पर भी कसेगा शिकंजा
जिला पुलिस ने संकेत दिए हैं कि रविन्द्र कटेवा गैंग और उसके सक्रिय सदस्यों की अवैध संपत्तियों, वाहनों और आर्थिक स्रोतों के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। पुलिस का उद्देश्य न केवल आरोपियों को गिरफ्तार करना है, बल्कि संगठित अपराध की आर्थिक रीढ़ तोड़ना भी है।
पुलिस का स्पष्ट संदेश
जिला पुलिस ने साफ किया है कि गैंगवार, सुपारी किलिंग और जमीन विवाद के नाम पर हिंसा को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ उनकी अवैध संपत्तियों पर भी कार्रवाई जारी रहेगी।





