झुंझुनूं, 10 जून: छात्र संगठन SFI ने सोमवार को झुंझुनूं में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर NEET (यूजी) परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए परीक्षा में हुई धांधली की जांच कराने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग की।
SFI के महासचिव आशीष पचार ने कहा कि NEET यूजी के परिणाम आने के बाद कई शिकायतें सामने आई हैं। इन शिकायतों से एनटीए द्वारा परीक्षा आयोजन की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
पचार ने कहा कि यह निंदनीय है कि एनटीए जैसी केंद्रीय संस्था नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में कुप्रबंधन कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में एनएमसी और एनटीए मिलकर मेडिकल शिक्षा का निजीकरण कर रहे हैं, जो देश के भविष्य के लिए खतरनाक है।
एसएफआई ने मांग की कि NEET की परीक्षा दोबारा कराई जाए। प्रदर्शनकारियों ने मामले की जांच कराने, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और एनटीए एजेंसी को खत्म करने की भी मांग की।
एसएफआई के जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर का कहना है कि लाखों छात्रों का भविष्य इस परीक्षा पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, जो अन्याय को बढ़ावा दे रहा है।
गुर्जर ने कहा कि एनटीए पहले से ही संदेह के घेरे में था क्योंकि पेपर लीक होने की बात सामने आई थी, लेकिन इसके बावजूद भी परीक्षा आयोजित की गई।
प्रदर्शन में एसएफआई के कार्यकर्ता और छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए