झुंझुनूं: जिले में संगठित अपराध और गैंगवार के खिलाफ जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हिस्ट्रीशीटर रविन्द्र कटेवा गैंग से जुड़े सुनिल सुण्डा हत्याकांड का खुलासा किया है। जमीन विवाद, 50 लाख रुपये की सुपारी और दो कुख्यात गैंगों के बीच चली गोलियों की इस वारदात में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर हथियार, कार और अहम सबूत जब्त किए हैं।
जमीन विवाद बना खूनी गैंगवार की वजह
गोठड़ा थाना क्षेत्र के कैमरी की ढाणी, खिरोड़ में भादवासी गांव की जमीन को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। जांच में सामने आया कि रविन्द्र कटेवा गैंग और श्रवण भादवासी गैंग के बीच पहले भी टकराव हो चुका था। नवंबर 2024 में श्रवण भादवासी गैंग के सदस्य सुरेश मुवाल पर हुए जानलेवा हमले का बदला लेने की साजिश रची गई, जिसने सुनिल सुण्डा की हत्या का रूप ले लिया।
घर के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग, सुनिल सुण्डा की मौत
12 दिसंबर 2025 की सुबह कैमरी की ढाणी में रविन्द्र कटेवा के घर के बाहर सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर से पहुंचे हथियारबंद बदमाशों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। गोली सुनिल सुण्डा के सिर में लगी, जिसे गंभीर हालत में पहले खिरोड़ सीएचसी और फिर एसके अस्पताल सीकर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पीछा कर खेत में पकड़े गए हमलावर, एक की मौत
घटना के बाद रविन्द्र कटेवा और उसके साथियों ने हमलावरों की गाड़ी का पीछा किया। तुर्काणी जोहड़ी खिरोड़ स्थित खेत में मुठभेड़ हुई, जहां आपसी फायरिंग में कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी की मौत हो गई, जबकि पिंटू भिचरी और राजू अठवास को मौके पर दबोच लिया गया। तीसरा आरोपी नंदु सिंह राजपूत मौके से फरार हो गया था, जिसे बाद में सीकर पुलिस की मदद से दस्तयाब किया गया।
50 लाख की सुपारी देकर रची गई हत्या की साजिश
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि श्रवण भादवासी गैंग ने रविन्द्र कटेवा की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इसी साजिश के तहत कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी, पिंटू भिचरी, राजू अठवास और नंदु सिंह राजपूत को हथियारों के साथ भेजा गया। हालांकि फायरिंग में रविन्द्र कटेवा बच गया, लेकिन उसका सक्रिय सदस्य सुनिल सुण्डा इस गैंगवार का शिकार हो गया।
हथियार, कार और कारतूस जब्त, गैंग की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, एक खाली कारतूस और वारदात में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार जब्त की है। इसके साथ ही श्रवण भादवासी गैंग से जुड़े सदस्यों की अवैध संपत्तियों और वाहनों के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दर्जनभर से अधिक संगीन मामलों में नामजद आरोपी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार श्रवण भादवासी गैंग से जुड़े राजू अठवास, कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी, पिंटू भिचरी, नंदु सिंह राजपूत और अन्य आरोपियों पर झुंझुनूं, सीकर और आसपास के जिलों में हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट, लूट, मारपीट और जमीन विवाद से जुड़े दर्जनभर से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई
पूरी कार्रवाई जयपुर रेंज के निर्देशन में और झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक के सुपरविजन में की गई। गोठड़ा, नवलगढ़, गुढ़ागौड़जी, उदयपुरवाटी, मुकुंदगढ़, डीएसटी और साइबर सेल की संयुक्त टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा किया और आरोपियों को दबोचा।
फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अब श्रवण भादवासी, राजपाल भादवासी, सुरेश मुवाल, महेन्द्र फगेड़िया, नेमी खिंचड़ और राकेश फगेड़िया की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। दोनों गैंगों के खिलाफ संगठित अपराध, हत्या और फायरिंग की गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किए गए हैं।




