झुंझुनूं, 31 मई 2025: जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए शनिवार को ऑपरेशन शील्ड के अंतर्गत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास झुंझुनूं मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में किया गया, जहां एयर स्ट्राइक जैसी आपात सूचना पर प्रशासन, पुलिस और राहत एजेंसियों ने तत्काल मोर्चा संभाला।

जैसे ही एयर स्ट्राइक की सूचना कंट्रोल रूम को प्राप्त हुई, जिला कलेक्टर रामावतार मीणा महज चार मिनट में घटना स्थल पर पहुंच गए। उनके साथ पुलिस विभाग, दमकल दल, आपदा प्रबंधन इकाई, मेडिकल स्टाफ और स्काउट एंड गाइड की टीमें भी मौके पर सक्रिय हो गईं। सभी दलों ने निर्धारित आपदा प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यवाही की और मॉक ऑपरेशन को वास्तविकता के करीब अंजाम दिया।
ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित, समन्वित और प्रभावी कार्रवाई की क्षमता को परखना रहा। मॉक ड्रिल के तहत घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद बीडीके अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने तत्परता से इलाज शुरू किया।
ड्रिल की निगरानी स्वयं कलेक्टर रामावतार मीणा ने की। उन्होंने सबसे पहले बीडीके अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति का जायजा लिया और इलाज व्यवस्था की समीक्षा की। इसके पश्चात वे जेपी जानू स्कूल में बनाए गए अस्थाई चिकित्सा केंद्र पर पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और संबंधित एजेंसियों की तत्परता की प्रशंसा की।
प्रशासनिक अधिकारियों ने मॉक ड्रिल को पूर्णतः सफल बताया और कहा कि ऐसे अभ्यास जिला प्रशासन की आपदा प्रबंधन क्षमता को निखारने में सहायक होते हैं, साथ ही आमजन में सुरक्षा और भरोसे की भावना को भी प्रबल करते हैं।
इस मॉक ड्रिल में पुलिस, फायर ब्रिगेड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, स्काउट एंड गाइड और अन्य सहयोगी इकाइयों ने प्रभावी रूप से भाग लिया। सभी ने मिलकर यह दिखाया कि जिला किसी भी आपात स्थिति से निपटने में पूरी तरह तैयार है।

इस मौके पर उपस्थित प्रमुख अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फूलचंद मीणा, सीएमएचओ छोटेलाल गुर्जर, पीएमओ जितेंद्र भांबू, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला, स्काउट सीओ महेश कालावत, रोडवेज मैनेजर गणेश शर्मा, और पीआरओ हिमांशु सिंह सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी शामिल रहे।