झुंझुनूं, 27 जून: शहर के मठ क्षेत्र के निकट बीहड़ इलाके में गुरुवार को तेज रफ्तार में चल रही एर्टिगा और स्विफ्ट कार के बीच आमने-सामने की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में करीब दस लोग घायल हो गए, जिनमें से सात को राजकीय बीडीके अस्पताल और तीन को निजी चिकित्सा संस्थान में भर्ती कराया गया। इनमें से तीन घायलों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
घटना के बाद सड़क के दोनों ओर करीब दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को वाहनों से बाहर निकाला और निजी साधनों से अस्पताल पहुंचाया। स्विफ्ट कार का इंजन टक्कर के प्रभाव से लगभग 20 फीट दूर जा गिरा, जिससे टक्कर की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। कारों में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे, जो हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घटना में घायल हुए लोगों में आमीन, आस्मिन, मुस्कान, ईशान, रोहित, अंकित और अयांश का बीडीके अस्पताल में इलाज जारी है। आपातकालीन इकाई में डॉ दीपक देवठिया, डॉ गौरव बूरी, डॉ सारिका मोदी और डॉ चंपा सैनी की टीम घायलों का उपचार कर रही है।
राहगीर सुरेन्द्र कुमार, निवासी हरिपुरा ने बताया कि वह झुंझुनूं से अपने गांव लौट रहा था, तभी करीब 100 मीटर आगे अचानक जोरदार टक्कर हुई। उन्होंने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी और आसपास के लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल भिजवाया। उन्होंने बताया कि तीन घायलों की हालत बेहद गंभीर थी।
वहीं नरेन्द्र कुमार ने बताया कि टक्कर इतनी तेज थी कि स्विफ्ट कार का इंजन उखड़कर काफी दूर जा गिरा और कारें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे के बाद जाम लगने से एंबुलेंस को मौके तक पहुंचने में देरी हुई, जिस कारण घायलों को निजी वाहनों से अस्पताल ले जाना पड़ा।
घटना के बाद जब एर्टिगा कार को क्रेन से उठाया जा रहा था, उसी दौरान वह अचानक आग का गोला बन गई। जलती कार से उठती लपटें दूर तक नजर आ रही थीं। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। इससे एक और बड़ी दुर्घटना होने से टल गई।
हादसे की सूचना पर सदर थाना के एएसआई आशुतोष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही कोतवाली और बगड़ थानों की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। दोनों क्षतिग्रस्त कारों को क्रेन की मदद से हटाकर पुलिस थाने भिजवाया गया। घटनास्थल पर टूटे कांच और खून के धब्बे हादसे की भयावहता को स्पष्ट कर रहे थे।
बीडीके अस्पताल में चिकित्सकीय टीम की देखरेख में सभी घायलों का इलाज जारी है। तीन लोगों की हालत शुरू में गंभीर थी, लेकिन समय पर इलाज मिलने से अब स्थिति नियंत्रित बताई जा रही है। अन्य घायलों की स्थिति भी स्थिर बनी हुई है।
यह दुर्घटना शहर में तेज गति और सड़कों की खराब संरचना की ओर इशारा करती है। मठ क्षेत्र जैसे बीहड़ इलाकों में गति नियंत्रण और सुरक्षा चिह्नों की सख्त आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके। स्थानीय प्रशासन और यातायात विभाग को इस दिशा में ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।