झुंझुनूं: जिले ने पिंक पखवाड़ा अभियान के दौरान एनीमिया रोकथाम में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। जिले के स्वास्थ्य संस्थानों ने 1 से 9 दिसंबर तक प्रदेश में सबसे ज्यादा FCM इंजेक्शन लगाकर गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और मातृ स्वास्थ्य को नई दिशा दी है। इस उपलब्धि ने झुंझुनूं को पूरे राजस्थान में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया है।
चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के पिंक पखवाड़ा अभियान में झुंझुनूं जिले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं को FCM इंजेक्शन देकर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 1 दिसंबर से 9 दिसंबर तक जारी रिपोर्ट के अनुसार, जिले में कुल 2066 महिलाओं को इंजेक्शन लगाए गए, जिनमें 1978 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
यह आंकड़ा पूरे राजस्थान में सर्वाधिक है। प्रदेशभर में अब तक 27510 गर्भवती महिलाओं को FCM इंजेक्शन लगाए गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा इंजेक्शन झुंझुनूं के चिकित्सा संस्थानों पर लगाए गए।
सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि इस सफलता के पीछे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त मेहनत है। अभियान को सफल बनाने के लिए जिला कलक्टर डॉ अरुण गर्ग के नेतृत्व में कार्ययोजना तैयार की गई। नोडल अधिकारी और आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने जिलेभर के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया और पूरे अभियान की निगरानी की।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल और उप जिला अस्पताल के पीएमओ, बीसीएमओ, सीएचसी व पीएचसी प्रभारी, आशा सहयोगिनी और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के निरंतर प्रयासों से जिले ने यह उपलब्धि हासिल की। डॉ गुर्जर ने उम्मीद जताई कि पिंक पखवाड़ा समाप्त होने पर आने वाली अंतिम रिपोर्ट में भी झुंझुनूं शीर्ष पर रहेगा।
जिले में गर्भवती महिलाओं को FCM इंजेक्शन लगाने का उद्देश्य एनीमिया की समस्या को समाप्त करना है, ताकि किसी भी गर्भवती महिला को खून की कमी के कारण बीमारी या जटिलता का सामना न करना पड़े। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इस रिकॉर्ड उपलब्धि के बाद गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा, जिससे सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा मिलेगा।




