झुंझुनूं, 6 अप्रैल 2024: देर रात करीब 2 बजे, झुंझुनूं शहर के अफसाना जोहड़े में बनी झुग्गी झोपड़ियों में अचानक आग लग गई। आग की लपटों ने इतनी तेजी से विकराल रूप धारण किया कि देखते ही देखते 10 से ज्यादा झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। इस हादसे में दो गैस सिलेंडर भी फट गए, जिससे भारी धमाके हुए और अफरातफरी मच गई।
गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन झोपड़ियों में रहने वाले लोगों का घरेलू सामान, टीवी, फ्रिज, वासिंग मशीन सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया। इन झोपड़ियों में करीब 30-35 परिवार रहते थे, जो पिछले 3 साल से यहां रह रहे थे। आगजनी में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
घटना की सूचना मिलने के बाद करीब 2 घंटे बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कोतवाली थाना के पुलिस भी मौके पर पहुंची। कोतवाल पवन कुमार चौबे ने बताया कि आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन प्रशासन द्वारा किया जाएगा।
इस घटना के बाद झोपड़ी में रहने वालों के पास सिर छुपाने का कोई ठिकाना नहीं है और न ही खाने के लिए कुछ बचा है। यहां रहने वाले लोग मजदूरी करते हैं।
यह हादसा झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों की दयनीय स्थिति को उजागर करता है। इन लोगों को अक्सर सुरक्षा मानकों के अभाव मे रहना पड़ता है, जिससे आगजनी जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचने में 2 घंटे का समय लगा। यदि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय पर पहुंच जातीं, तो शायद आग को फैलने से रोका जा सकता था।
यह हादसा प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। प्रशासन को झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए।





