झुंझुनूं: इंदिरा नगर में मंगलवार को जाट समाज की महिलाओं ने तेजाजी बोर्ड के संचालन में हो रही देरी को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सामाजिक न्याय, सरकारी उदासीनता, और तेजाजी बोर्ड के बजट आवंटन जैसे मुद्दों पर महिलाओं ने सरकार को घेरते हुए कहा कि 2023 में गठित तेजाजी बोर्ड अभी तक कागज़ों में ही सीमित है।
इंदिरा नगर में आयोजित प्रदर्शन का नेतृत्व राष्ट्रीय जाट महासंघ महिला मोर्चा की झुंझुनूं ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष सुभिता पूनियां ने किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने आवाज़ उठाई कि तेजाजी बोर्ड के गठन के लगभग दो साल बाद भी इसका संचालन शुरू नहीं किया गया है, जिससे जाट समाज में गहरी नाराज़गी है।
महिला मोर्चा की ब्लॉक उपाध्यक्ष अनिला राहड़ और ब्लॉक प्रभारी मनिषा बुडानिया ने बताया कि राजस्थान सरकार ने 2023 में जाट समाज के उत्थान और उनकी समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से तेजाजी बोर्ड का गठन किया था। लेकिन इसके बाद न तो नियमित बैठकें हुईं और न ही बोर्ड की गतिविधियों की शुरुआत की गई। दोनों ने इसे जाट समाज के हितों की अनदेखी बताया।
ब्लॉक महासचिव अनिता चौधरी और उपाध्यक्ष संतरा देवी ने कहा कि यदि सरकार जाट समाज के विकास के प्रति गंभीर है, तो तेजाजी बोर्ड के संचालन को तुरंत शुरू करते हुए इसके लिए विशेष बजट आवंटित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिना बजट और बिना संचालन के बोर्ड केवल एक कागज़ी घोषणा बनकर रह गया है।
प्रदर्शन में पूजा देवी, सुमित्रा देवी, संतोष देवी, राजकमल और अनिता देवी सहित बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं ने कहा कि यदि तेजाजी बोर्ड जल्द सुचारू रूप से शुरू नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।




