झुंझुनूं, 24 जनवरी 2025: जिले के भागीरथ मल स्वामी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, ढिगाल में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापिका कविता कुमारी को एक गंभीर आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। आरोप है कि उन्होंने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) परीक्षा में वीक्षक की ड्यूटी से मुक्ति पाने के लिए भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किए हैं।
दोनों प्रार्थना पत्रों में विरोधाभास
कविता कुमारी ने परीक्षा समन्वयक और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को दो अलग-अलग प्रार्थना पत्र सौंपे थे। पहले प्रार्थना पत्र में उन्होंने पीठ दर्द का हवाला देते हुए कहा कि वे लगातार खड़े रहने में असमर्थ हैं। जबकि दूसरे प्रार्थना पत्र में उन्होंने अपने सास-ससुर की देखभाल का हवाला दिया। दोनों प्रार्थना पत्रों में दिए गए कारणों में विरोधाभास होने के साथ-साथ उनके हस्ताक्षरों में भी असमानता पाई गई।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने लिया संज्ञान
अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कविता कुमारी को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर स्पष्टीकरण नहीं मिलता है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
क्या हैं इस मामले के निहितार्थ?
यह मामला शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी और परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। यह दिखाता है कि कुछ लोग सरकारी काम से बचने के लिए झूठ बोलने से भी गुरेज नहीं करते हैं। इस मामले से यह भी पता चलता है कि प्रशासन ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं करेगा।

आगे क्या होगा?
अब देखना होगा कि कविता कुमारी इस मामले में क्या स्पष्टीकरण देती हैं। यदि उनका स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। यह मामला एक उदाहरण है कि कैसे प्रशासन ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई कर रहा है।