खेतड़ी: उपखंड के जसरापुर गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब पीएचसी के कार्यालय कक्ष की छत अचानक गिर गई। गनीमत रही कि घटना के समय कमरे में कोई मौजूद नहीं था, जिससे जानमाल की बड़ी क्षति से बचाव हो गया।
पीएचसी प्रभारी अनिता ने बताया कि सुबह सभी कर्मचारी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के बाद अपने-अपने कार्यों में लग गए थे। कुछ देर बाद कार्यालय कक्ष से तेज आवाज सुनाई दी। जब मौके पर कर्मचारी पहुंचे, तो देखा कि कमरे की छत गिर चुकी थी। इस घटना में कार्यालय में रखा लाखों रुपये मूल्य का रिकॉर्ड व सामान क्षतिग्रस्त हो गया।
जिस कमरे की छत गिरी, उसी में अस्पताल का रिकॉर्ड और दस्तावेज रखे जाते थे तथा यहीं से कार्यालय संचालन होता था। प्रभारी के अनुसार, यह भवन काफी पुराना है और वर्ष 2021 में इसे कंडम घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद भवन में कार्य जारी था। नए भवन की आवश्यकता को लेकर पंचायत और चिकित्सा विभाग के उच्चाधिकारियों को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों ने भी इस संबंध में प्रशासनिक उदासीनता पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कई वर्षों से पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत करने और नए भवन की मांग की जा रही है, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर कोई गंभीर कदम नहीं उठाया। इससे न केवल कर्मचारियों, बल्कि आने वाले मरीजों और ग्रामीणों की जान को भी खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सोलर पावर ग्रिड की ओर से पीएचसी के नए भवन के निर्माण के लिए 2.11 करोड़ रुपये की स्वीकृति पहले ही जारी हो चुकी है, लेकिन अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है। यदि यह हादसा व्यस्त समय में हुआ होता तो गंभीर परिणाम हो सकते थे। ग्रामीणों ने पीएचसी भवन के पुनर्निर्माण और उसे शीघ्र ही सीएचसी में क्रमोन्नत करने की मांग की है।