जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024: 1 फरवरी से 5 फरवरी 2024 तक चलने वाली जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आज आखिरी दिन है. पांच दिनों तक साहित्य से पूरा जयपुर ही नहीं देश का कोना-कोना सराबोर रहा. आज आखिरी दिन यहां भारतीय स्तंभकार, लेखक और इतिहासकार राणा सफ़वी और लेखक विलियम डेलरिम्पल दिल्ली के उस हिस्से को लेकर चर्चा करेंगे जिसे कभी शाहजहांनाबाद के नाम से जाना जाता था.
इसके अलावा ‘बेचैन जीवन: हमारे समय के लिए कविता पर एक सत्र होगा, द नैरेटिव आर्ट नाम के सत्र में मृदुला गर्ग और कल्पना रैना बात करेंगे. इसके अलावा शर्मिष्ठा मुखर्जी अपने पिता और पर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के जीवन पर बात करेंगी.
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल एक फरवरी से जारी है. रविवार को इस फेस्टिवल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पहुंचे थे. उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में पिछले 10 साल से मैं आई माइसेल्फ हो रहा है. आप विपक्ष को वोट कीजिए.
शशि थरूर ने कहा कि देश में आज ईडी और सीबीआई सरकार के रबर स्टैंप की तरह है. शशि थरूर से इस सत्र में इंद्रजीत और निधि राजदान ने बात की. शशि थरूर ने कहा कि मीडिया इस वक्त सरकार का नैरेटिव सेट करने में लगी हुई है.
बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हर दिन धूम देखने को मिली है. जितने भी पंडाल बनाए गए सभी में कार्यक्रम चल रहे हैं. मुगल टेंट, चारबाग़, फ्रंट लॉन, दरबार हाला और बैठक में लगातार पांचों दिन कार्यक्रम चले. इस दौरान हजारों की संख्या में साहित्यप्रेमी और किताब प्रेमियों ने शिरकत की. इस बार जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 24 से अधिक भाषाओं के वक्ता मौजूद रहे. देश, विदेश, साहित्य, समाज, सिनेमा संगीत और अन्य कई विषयों पर चर्चा की गई.