जयपुर। राजधानी जयपुर में आयोजित ‘सहकार एवं रोजगार उत्सव’ के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के सहकारिता क्षेत्र में हो रहे कार्यों की सराहना की। इस मौके पर उन्होंने राज्य के अलग-अलग जिलों से आए 8,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार की नीतियों की खुलकर प्रशंसा की।
अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत पन्नाधाय, भामाशाह और अन्य ऐतिहासिक विभूतियों को नमन करते हुए की। उन्होंने कहा कि पिछले 100 वर्षों में सहकारिता ने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन आने वाले 100 वर्ष सहकारिता की वास्तविक शक्ति को दर्शाने वाले होंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश की 99 प्रतिशत ग्रामीण आबादी किसी न किसी रूप में सहकारिता से जुड़ी है और 8.5 लाख से ज्यादा कोऑपरेटिव संस्थाओं के माध्यम से करीब 31 करोड़ लोग इसके साथ कार्य कर रहे हैं।
गृह मंत्री ने राजस्थान को कृषि क्षेत्र में हो रही प्रगति का केंद्र बताया। उन्होंने मूंगफली, ज्वार, चना और तिलहन की पैदावार में प्रदेश के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि यह राज्य देश की खाद्यान्न सुरक्षा को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि ऊंटनी के दूध पर अनुसंधान की शुरुआत की गई है, जिससे ऊंटों के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम में अमित शाह ने पेपर लीक की घटनाओं पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में राजस्थान पेपर लीक माफियाओं की गिरफ्त में था, लेकिन वर्तमान सरकार ने एसआईटी का गठन कर इस गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई की और एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने भजनलाल शर्मा सरकार के निर्णयों जैसे राइजिंग राजस्थान अभियान, पेट्रोल-डीजल पर वैट में कटौती और रसोई गैस सिलेंडर के दामों में राहत जैसे कदमों की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में राजस्थान ने उल्लेखनीय प्रगति की है और इसके पीछे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रतिबद्धता साफ दिखाई देती है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर सहकारिता के क्षेत्र को मजबूती प्रदान करेंगी, जिससे 2047 तक राजस्थान इस क्षेत्र में देशभर में अग्रणी बन सकेगा।
अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि भारत अब कमजोर नहीं रहा, बल्कि वैश्विक मंच पर अपने संप्रभुता और सामर्थ्य का प्रमाण दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सुरक्षित, समृद्ध और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सहकारिता संस्थाओं के प्रतिनिधि, युवा, अधिकारी और राजनीतिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य सहकारिता से जुड़े रोजगार अवसरों को प्रोत्साहित करना और युवाओं को इससे जोड़ना रहा।





