जम्मू-कश्मीर: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल अब पूरी तरह एक्शन मोड में आ चुके हैं। शुक्रवार को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो मोस्ट वांटेड आतंकियों – आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के घरों को ध्वस्त कर दिया।
इन दोनों आतंकियों पर बैसरन में पर्यटकों पर किए गए हमले में शामिल होने का आरोप है, जिसमें 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। यह हमला देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ।

आईईडी ब्लास्ट से हिली घाटी
जानकारी के अनुसार, सुरक्षा बलों ने जब बिजबेहरा ब्लॉक के गुरी गांव में आदिल हुसैन थोकर और त्राल (पुलवामा) निवासी आसिफ शेख के घरों की तलाशी ली, तो वहां पहले से छिपाकर रखे गए विस्फोटकों (IED) में अचानक धमाका हो गया।
सेना के अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान विस्फोटक की मौजूदगी देखते हुए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया था, लेकिन टीम के बाहर निकलते ही अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे घरों को भारी क्षति हुई और बुलडोजर के जरिए भी आसिफ शेख का घर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
VIDEO | House of terrorist Asif Sheikh, who was allegedly involved in Pahalgam terror attack, was blown up in Jammu and Kashmir's Tral. More details awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 25, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/KQLGoPRpgf
आतंकी आदिल और आसिफ का पाक कनेक्शन
जांच में यह भी सामने आया है कि आदिल थोकर ने 2018 में वैध पासपोर्ट के माध्यम से पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां उसने आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त किया और फिर पिछले वर्ष भारत लौट आया। वहीं, आसिफ शेख के बारे में बताया जा रहा है कि वह इस हमले की साजिश में मुख्य भूमिका निभा रहा था।
इन दोनों को अनंतनाग पुलिस ने मोस्ट वांटेड आतंकवादी घोषित किया है और उनकी जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
22 अप्रैल का आतंक: 26 पर्यटकों की हत्या
22 अप्रैल को बैसरन, पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला लश्कर-ए-तैयबा की साजिश का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। हमले के बाद घाटी में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बड़ी संख्या में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।

पाकिस्तान पर गिरी गाज: एनएससी की सख्त कार्रवाइयाँ
हमले के ठीक दो दिन बाद, 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पांच बड़े फैसले लिए गए:
- 🇮🇳 सिंधु जल समझौते पर रोक लगाई गई।
- 🛂 पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द किए गए।
- 🚧 अटारी-वाघा बॉर्डर चेकपोस्ट को अस्थायी रूप से बंद किया गया।
- 🏛️ पाकिस्तान उच्चायोग पर कूटनीतिक कार्रवाई की जा रही है।
- 🛑 इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से बंद किया गया है।