डोडा, जम्मू-कश्मीर: जम्मू संभाग के डोडा जिले के पहाड़ी और जंगल से घिरे इलाके में मंगलवार शाम को आंतकियों और सुरक्षाबलों के बीच एक भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हो रही है और सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला हुआ है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की टीमें भी मौके पर पहुंच चुकी हैं और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
मुठभेड़ की शुरुआत
सूत्रों के अनुसार, डोडा जिले की तहसील भंगवा के गांव गादी गार्डन के घने जंगलों में एनकाउंटर शुरू हुआ। कुछ दिनों पहले इसी इलाके में संदिग्ध आतंकियों को देखा गया था, जिसके बाद से बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान गादी गार्डन के जंगलों में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिली और मुठभेड़ शुरू हो गई।
कठुआ में हमला
इससे पहले, सोमवार को आतंकियों ने कठुआ के कंडी क्षेत्र बदनोता में एक सैन्य वाहन पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए और पांच घायल हुए। इसके बाद जम्मू संभाग के विभिन्न हिस्सों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया, विशेषकर पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में।
हमले की जिम्मेदारी
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखौटा संगठन कश्मीर टाइगर्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए और पांच गंभीर रूप से घायल हुए। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और ऑपरेशन अभी भी जारी है।
हमले का विवरण
हमला सोमवार दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे हुआ जब बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया। वाहन में दस जवान सवार थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और फिर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। आतंकी ऊंचाई वाले इलाके में थे और अंधाधुंध फायरिंग कर जंगल में भाग निकले।
सेना की कार्रवाई
सेना के ऑपरेशन में पैरा कमांडो भी शामिल कर लिए गए हैं और उन्हें एयरलिफ्ट कर हमले वाले इलाके में ले जाया गया है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और सेना आतंकियों के सफाये के लिए बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रही है। घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के बाद पठानकोट के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बिलावर से बदनोता मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
संदिग्ध आतंकी
हमले में तीन पाकिस्तानी आतंकियों के शामिल होने का अंदेशा है। डीजीपी आरआर स्वैन खुद आतंकियों के खिलाफ अभियान की निगरानी कर रहे हैं। जिस क्षेत्र में हमला हुआ है, वह उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके से जुड़ता है। माना जा रहा है कि आतंकी सीमापार से घुसपैठ कर इसी रास्ते से मैदानी इलाके तक पहुंचते हैं।