सोपोर, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के उत्तरी क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की मुहिम लगातार जारी है। मंगलवार को सोपोर के रामपोरा राजपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक बार फिर से मुठभेड़ छिड़ गई। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने अब तक एक आतंकी को मार गिराया है, जबकि दो से तीन अन्य आतंकियों को घेर रखा है। सेना के 22 आरआर और सोपोर पुलिस बल के जवान ऑपरेशन में तैनात हैं।
सोपोर में ऑपरेशन की ताजा जानकारी
मुठभेड़ के बारे में जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था। तलाशी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग में एक आतंकी को ढेर कर दिया। आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद से इस इलाके में सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
उत्तरी कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ बढ़ते ऑपरेशन
पिछले पांच दिनों में यह उत्तर कश्मीर में चौथी मुठभेड़ है। सुरक्षाबलों ने इस दौरान चार आतंकियों को ढेर किया है। सूत्रों का कहना है कि हाल में आतंकी संगठनों ने उत्तरी कश्मीर में फिर से नेटवर्क बनाने की साजिश की है, जिससे सुरक्षाबलों ने अपनी कार्रवाई और तेज कर दी है। शुक्रवार को भी सोपोर के सागीपोरा इलाके में हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया था।
सोपोर में आतंकियों के खिलाफ सफल ऑपरेशन
शुक्रवार को मिले खुफिया इनपुट के आधार पर सेना ने सागीपोरा में ऑपरेशन शुरू किया था। आतंकियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने जब इलाके की घेराबंदी की, तो आतंकियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया।
आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की कड़ी कार्रवाई
भारतीय सेना आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। हाल ही में कई आतंकियों को अलग-अलग मुठभेड़ों में मार गिराया गया है। कुपवाड़ा जिले के लोलाब और बांदीपोरा जिले के केटसुन जंगलों में भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सफलता मिली थी।
20 और 24 अक्टूबर को हुई हत्याओं के बाद बढ़ी सुरक्षा सतर्कता
हाल के घटनाक्रमों में, आतंकियों ने 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक बुनियादी ढांचा परियोजना कंपनी के श्रमिक शिविर पर हमला कर सात लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद 24 अक्टूबर को बारामूला जिले के गुलमर्ग के बोटापाथरी इलाके में सेना के एक वाहन पर हमला कर तीन सैनिकों और दो नागरिक कुलियों को मार डाला गया। इन घटनाओं की व्यापक निंदा की गई, और सुरक्षाबलों ने इन हमलों के बाद अपने ऑपरेशन तेज कर दिए हैं।