सक्ती, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के तांदुलडीह गांव में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें अंधविश्वास के चलते एक परिवार की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। घटना की गंभीरता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि परिवार के दो सदस्यों की मौत हो चुकी है, जबकि चार अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब गांव के कुछ लोगों ने देखा कि एक ही परिवार के छह सदस्य कई दिनों से अपने घर में कैद हैं और कोई भी बाहर नहीं आ रहा है। गांव वालों को इस पर शक हुआ और उन्होंने बुधवार शाम को डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक दरवाजा न खुलने पर परिवार वालों ने अंततः दरवाजा खोला। अंदर का दृश्य देखकर पुलिस टीम और गांव वाले दोनों हैरान रह गए।
घर के अंदर दो युवक बेहोश पड़े थे। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
साधना का खौफनाक सच
मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि परिवार के छह लोग एक बाबा की तस्वीर लेकर साधना कर रहे थे। इस साधना में तीन लड़के, दो युवतियां और उनकी मां शामिल थीं। बताया जा रहा है कि परिवार के सदस्य कई दिनों तक भूखे रहकर अपने घर में बंद रहे और साधना करने में लीन रहे। इसी दौरान दो युवकों की मृत्यु हो गई, जबकि अन्य चार सदस्यों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें से दो सदस्य अस्पताल में ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे वे विक्षित हों।
जांच और प्रतिक्रिया
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ताकि यह पता चल सके कि दो सदस्यों की मौत के पीछे क्या कारण थे।