बीजापुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन संकल्प’ के तहत अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार, 15 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है, जबकि अभियान अब भी जारी है। यह मुठभेड़ बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों और घने जंगलों में हुई।

ऑपरेशन संकल्प: 24 हजार जवान तैनात
21 अप्रैल से चल रहे इस वृहद पैमाने के ऑपरेशन में देशभर से आए करीब 24,000 सुरक्षाबलों को शामिल किया गया है। इसमें जिला रिजर्व गार्ड (DRG), बस्तर फाइटर्स, STF, CRPF और COBRA कमांडो यूनिट्स की संयुक्त भागीदारी है।
माना जा रहा है कि यह नक्सल विरोधी कार्रवाई बस्तर क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा सैन्य ऑपरेशन है, जिसे छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सरकारों की संयुक्त निगरानी में अंजाम दिया जा रहा है।
ड्रोन से हुई नक्सलियों की पहचान, फिर शुरू हुई मुठभेड़
बुधवार सुबह तड़के सुरक्षाबलों को ड्रोन के माध्यम से नक्सलियों की गतिविधियों की पुष्टि हुई, जिसके बाद रणनीतिक रूप से ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। सुरक्षाबलों ने पहले नक्सलियों की घेराबंदी की और फिर भीषण मुठभेड़ में 15 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया।
इससे पहले, सोमवार को एक महिला नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया गया था, जबकि 24 अप्रैल को तीन महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे।
800 वर्ग किलोमीटर में फैला दुर्गम इलाका
यह ऑपरेशन बीजापुर (छत्तीसगढ़), मुलुगु और भद्राद्री-कोठागुडेम (तेलंगाना) के सीमावर्ती इलाकों में लगभग 800 वर्ग किलोमीटर के घने जंगल और दुर्गम पहाड़ियों में चलाया जा रहा है। यह क्षेत्र राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों की ओर से रुक-रुक कर फायरिंग अब भी जारी है, जिससे मृत नक्सलियों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है।
ऑपरेशन की निगरानी में लगे वरिष्ठ अधिकारी
पूरे अभियान की सीधा मॉनीटरिंग CRPF और राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। अभियान में तकनीकी सहायता के लिए ड्रोन, ट्रैप कैमरा, सैटेलाइट कनेक्टिविटी जैसे आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। सुरक्षाबलों को स्थानीय खुफिया इनपुट भी मिल रहे हैं, जिनकी मदद से रणनीति तय की जा रही है।