रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवास पर बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने छापेमारी की। महादेव सट्टा एप और 2161 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले के मामले में यह जांच की जा रही है। सीबीआई की टीम ने सुबह से ही उनके आवास पर मौजूद रहकर जांच शुरू कर दी।
पुलिस फोर्स की तैनाती
भूपेश बघेल के घर के बाहर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है। छापेमारी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने भी भूपेश बघेल के आवास पर छापा मारा था।

महादेव सट्टा मामले में जांच
महादेव सट्टा एप से जुड़े कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और कई पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच की जा रही है। सीबीआई की छापेमारी के दायरे में भिलाई के सेक्टर 9 स्थित पुलिस के बड़े अधिकारी आनंद छाबड़ा, पूर्व एसपी दुर्ग अभिषेक पल्लव और पूर्व एएसपी संजय ध्रुव के 32 बंगला स्थित निवास भी आए।
कैश लेनदेन के आरोप
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में बड़े पैमाने पर कैश लेनदेन की जानकारी सामने आई है। पूर्व एसपी अभिषेक पल्लव पर प्रतिमाह 10 लाख रुपये और पूर्व एसपी पर 75 लाख रुपये तक की कथित रकम लेने के आरोप हैं। इस जांच के तहत सीबीआई टीम ने इन आरोपों की पुष्टि के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेजों और सबूतों को खंगाला है।
ईडी की जांच के बाद सीबीआई की कार्रवाई
इससे पहले ईडी ने भी शराब घोटाले और महादेव सट्टा एप मामले में व्यापक जांच की थी। ईडी की जांच के दौरान भी कांग्रेस नेताओं ने भारी विरोध प्रदर्शन किया था। इस बार भी संभावित विरोध को देखते हुए पुलिस बल को पहले से ही तैनात किया गया है।

कांग्रेस ने बताया ‘राजनीतिक प्रतिशोध’
कांग्रेस ने सीबीआई की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। पार्टी का आरोप है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भूपेश बघेल ने भी इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण बताया और कहा कि वे किसी भी जांच से डरने वाले नहीं हैं।