चिड़ावा, 19 जून: चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर किसान सभा के बैनर तले नहर की मांग को लेकर किसानों का धरना आज 170वें दिन भी जारी रहा। धरने को आज 70 किलोमीटर दूर झारोडा गांव से आए किसान रामकुमार पंच ने भी अपना समर्थन दिया।
किसानों का संकल्प:
रामकुमार पंच ने कहा कि जब तक सरकार 1994 के समझौते के अनुसार नहर के माध्यम से पानी नहीं देगी, तब तक शेखावाटी क्षेत्र के लोग चैन की सांस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा 30 सालों से शेखावाटी के पानी का उपयोग करता रहा है और अब नए सिरे से भी पानी देने से मना कर रहा है।
पानी की कमी से त्रस्त किसान:
पंच ने कहा कि पानी की कमी के कारण क्षेत्र में रोजगार के अवसर कम हो गए हैं और अनाज का उत्पादन भी कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर इस समस्या का समाधान नहीं करती है तो किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
किसान नेता का आह्वान:
किसान सभा के जिला महामंत्री मदन सिंह यादव ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द नहर का निर्माण शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान नहर के लिए महासंग्राम और घोर युद्ध लड़ने के लिए तैयार हैं।
धरने पर मौजूद किसान:
धरने पर आज किसान सभा के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, सौरभ सैनी, महेन्द्र कुमावत, जयंत चौधरी, जयसिंह, लालाराम, राजबाला, महावीर मैनाणा, करण कटारिया, सन्तोष देवी, रोहिताश कारी, दीपक अगवाना, धर्मवीर, लक्की, सरोज किढ़वाना, अंकित, राजेश, महेन्द्र आदि मौजूद रहे।
यह धरना क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, जो नहर की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।