चिड़ावा, 27 जून: चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग को लेकर किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले ताराचंद तानाण की अध्यक्षता में आज 178वें दिन भी जारी रहा।
बुहाना क्षेत्र के किसानों ने आज धरने में शामिल होकर पानी की तंगी, मारामारी और फसलों को हो रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त की। लीलाधर यादव सांतडिया, दम्पति मधु और सुनिल सांवलोद ने कहा कि अगर सरकार ने 1994 के समझौते के अनुसार उनका हक का पानी नहीं दिया तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि जुलाई में आंदोलन और तेज होगा और बड़े स्तर पर किसानों को अनशन पर बैठना पड़ सकता है।
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने पानी की समस्या का समाधान नहीं किया तो वे हरियाणा से सभी प्रकार के संबंध खत्म कर देंगे और सीमा बंद कर देंगे।
महिला विंग अध्यक्षा सुनिता सांई पवांर ने कहा कि “मानसिकता से पानी दें, नहीं तो कुछ भी हो सकता है। हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
धरने पर मौजूद अन्य लोग:
मदन सिंह यादव जिला महामंत्री किसान सभा, बजरंग बराला उपाध्यक्ष किसान सभा, राजेन्द्र सिंह तहसील अध्यक्ष किसान सभा, महेश चाहर कोषाध्यक्ष किसान सभा, विजेंद्र शास्त्री नहर आंदोलन प्रवक्ता, सुनीता बेनिवाल विशिष्ट महिला कार्यकर्ता बुहाना, प्रभु राम माली, रामकुमार सैनी, बनवारीलाल, जयंत चौधरी, सौरभ सैनी, करण कटारिया, जयसिंह, राजेश, राजेन्द्र तानाण, विश्वम्भर लाल जांगिड, दुर्गा प्रसाद, डाॅक्टर सुधीर, प्रदीप कुमार, श्याम सुन्दर शर्मा, विनोद सोमरा, सतपाल चौधरी, कंचन और टिनु पुहानियां।