चिड़ावा: क्षेत्र में कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना से जुड़ी एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है, जिसने निर्माण एजेंसियों और प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नजदीकी गांव पिचानवा के पास एक खेत में रखे गए 100 लोहे के पाइप अज्ञात चोरों द्वारा उठा लिए गए। इस मामले में भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से चिड़ावा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है, जिसमें चोरी की कीमत 10 से 12 लाख रुपए आंकी गई है।
कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना से जुड़े पाइप चोरी
चिड़ावा के समीप पिचानवा गांव क्षेत्र में संचालित कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना के तहत रखे गए लोहे के पाइप चोरी हो जाने की घटना सामने आई है। भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रतिनिधि विशाल चौधरी, जो डाबड़ी बलौदा, तहसील नवलगढ़ के निवासी हैं, ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चिड़ावा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है।
विशाल चौधरी ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी इस परियोजना में एल एंड टी कंपनी की सहायक ठेकेदार फर्म के रूप में कार्य कर रही है, जबकि कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना का मुख्य कार्य एल एंड टी कंपनी द्वारा निष्पादित किया जा रहा है।
एल एंड टी स्टोर से निकाले गए थे 130 DI पाइप
कंपनी प्रतिनिधि के अनुसार 18 दिसंबर को एल एंड टी कंपनी के स्टोर से 100 एमएम डायमीटर के कुल 130 लोहे के डीआई पाइप निकलवाए गए थे। इनमें से 30 पाइप पिचानवा गांव में उतारे गए, जबकि शेष 100 पाइप पिचानवा से लगभग आधा किलोमीटर आगे किढवाना जाने वाले रास्ते पर स्थित एक खाली खेत में रखवाए गए थे।
सुबह साइट पर पहुंचे मजदूर, खेत से गायब मिले पाइप
घटना का खुलासा 19 दिसंबर की सुबह उस समय हुआ, जब मजदूर रोज़ की तरह कार्य स्थल पर पहुंचे। मौके पर पहुंचने पर खेत में रखे गए 100 लोहे के पाइप वहां से पूरी तरह गायब मिले। इस संबंध में मजदूरों ने तत्काल कंपनी प्रतिनिधि विशाल चौधरी को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को मामले से अवगत कराया गया।
डिजायर कार और कंटेनर ट्रक पर शक
कंपनी प्रतिनिधि विशाल चौधरी ने बताया कि उनके द्वारा जुटाई गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस चोरी की वारदात में एक पीले रंग की नंबर प्लेट वाली डिजायर कार और एक कंटेनर ट्रक का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। इन दोनों वाहनों को संदिग्ध माना जा रहा है और पुलिस से इनकी जांच की मांग की गई है।
10 से 12 लाख रुपए का बताया जा रहा नुकसान
भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अनुसार चोरी किए गए 100 डीआई पाइपों की अनुमानित कीमत 10 से 12 लाख रुपए के बीच है। इस घटना से न केवल परियोजना कार्य प्रभावित हुआ है, बल्कि सरकारी योजना से जुड़ी सामग्री की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस जांच में जुटी, जल्द खुलासे की उम्मीद
चिड़ावा पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर जांच शुरू कर दी है। आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों और संदिग्ध वाहनों की जानकारी के आधार पर पुलिस जल्द ही चोरी का खुलासा करने का प्रयास कर रही है।





