श्रीश्याम मंदिर में मूर्ति स्थापना दिवस पर भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
चिड़ावा। शहर में श्रीश्याम नवयुवक मित्र मंडल द्वारा आयोजित 25वें पांच दिवसीय बसंत महोत्सव में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पुरानी बस्ती स्थित श्रीश्याम मंदिर में भगवान श्याम का 48वां मूर्ति स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विशाल भजन संध्या और जागरण का आयोजन हुआ, जहां देशभर के कलाकारों ने भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं।
जागरण में भजनों पर झूमे श्रद्धालु
भव्य जागरण की शुरुआत शुभम बबलू गोयल द्वारा गणेश वंदना से हुई। इसके बाद राजू जोशी एंड पार्टी (चिड़ावा), कुमार गौरव पारीक (कोलकाता) और राज राठौड़ (जयपुर) ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए, जिन पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूम उठे।
मूर्ति स्थापना दिवस पर विशेष आयोजन
श्याम हरिकीर्तन मंडल की ओर से बाबा श्याम को छप्पन भोग समर्पित किया गया। इसके बाद आयोजित महाआरती में भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बाबा श्याम के जयकारे लगाए। इस दौरान वृंदावन के कलाकारों द्वारा फूल बंगला की भव्य झांकी प्रस्तुत की गई, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ड्राई फ्रूट से किया गया विशेष श्रृंगार
मूर्ति स्थापना दिवस के अवसर पर बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार ड्राई फ्रूट से किया गया, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और चारों ओर भक्ति का माहौल बना रहा।
महाप्रसाद व भंडारे में उमड़े श्रद्धालु
रविवार को श्याम हरि कीर्तन मंडल द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने पूरे दिन प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों ने सेवा कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कल भव्य निशान यात्रा होगी आकर्षण का केंद्र
महोत्सव के अंतिम दिन, 3 फरवरी (सोमवार) को नवयुवक मंडल की ओर से भव्य निशान यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा अडूकिया स्कूल के पास स्थित महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए श्रीश्याम प्रभु मंदिर पहुंचेगी, जहां श्रद्धालु बाबा को निशान अर्पित करेंगे। इस यात्रा में विभिन्न आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी, जिनमें विवेकानंद चौक पर विशेष सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इत्र वर्षा बनेगी मुख्य आकर्षण
विवेकानंद चौक पर श्रद्धालुओं पर इत्र वर्षा की जाएगी, जिससे महोत्सव में और अधिक भव्यता जुड़ जाएगी। पूरे शहर में भक्तिमय माहौल है और श्रद्धालु महोत्सव के उत्साह में डूबे हुए हैं।