चिड़ावा: शहर में वर्षों से जर्जर अवस्था में खड़ी इमारतों के खिलाफ आखिरकार नगरपालिका ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वार्ड 18 स्थित कॉलेज रोड पर पुरानी सेखसरिया स्कूल के पास स्थित सेहीरामका की हवेली का एक हिस्सा शनिवार को जेसीबी की मदद से ढहा दिया गया। यह इमारत लंबे समय से जर्जर अवस्था में थी और आसपास के लोगों के लिए खतरा बनी हुई थी।
राज्य सरकार के निर्देशों के तहत नगरपालिका ने चिड़ावा शहर में कुल 9 जर्जर इमारतों की पहचान की है। इन सभी भवनों पर तीन दिन का नोटिस चस्पा किया गया था, जिसकी मियाद समाप्त होते ही प्रशासन ने कार्रवाई की शुरुआत की। कार्यवाही के दौरान नगरपालिका की जेसीबी मशीन और तीन ट्रैक्टर मौके पर तैनात रहे।
जानकारी के अनुसार, जिन भवनों को नोटिस जारी किया गया था, उनमें से कुछ मालिकों ने स्वयं मरम्मत कार्य प्रारंभ कर दिया है, जबकि बाकी पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। नगर पालिका की इस सख्ती से अन्य भवन स्वामियों में भी हलचल देखी जा रही है।
इस कार्रवाई का नेतृत्व कनिष्ठ अभियंता आकाश जांगिड़ कर रहे हैं, जो अधिशासी अधिकारी रोहित मील के निर्देशों पर कार्य कर रहे हैं। नगरपालिका प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जन सुरक्षा को देखते हुए किसी भी खतरनाक भवन को शहर में खड़े रहने नहीं दिया जाएगा।
नगरपालिका की इस मुहिम से यह संदेश स्पष्ट है कि अब लापरवाही पर समझौता नहीं किया जाएगा। नागरिकों से अपील की गई है कि अगर उनके पास भी ऐसी कोई सूचना है तो वह नगरपालिका को तुरंत अवगत कराएं।