चिड़ावा: आरएसएस की वीर सावरकर बस्ती इकाई ने विजयादशमी उत्सव पर शुक्रवार को शस्त्र पूजन, बौद्धिक व्याख्यान और स्वयंसेवकों के पथ संचलन के साथ अनुशासन और एकता का संदेश दिया।
‘पथ संचलन से मिला एकता और अनुशासन का संदेश’
चिड़ावा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वीर सावरकर बस्ती इकाई ने शुक्रवार को विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन किया। इस अवसर पर शस्त्र पूजन, शारीरिक सौष्ठव प्रदर्शन और बौद्धिक व्याख्यान जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का मुख्य स्थल नगरपालिका के पीछे लोहार बस्ती रहा, जहां बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और नागरिक उपस्थित रहे।
बच्चों ने भगवानों और महान विभूतियों की झलक से मोहा मन
उत्सव में छोटे-छोटे बच्चों ने भगवान राम, सीता, भारत माता, स्वामी विवेकानंद, भगत सिंह और अन्य महान विभूतियों की वेशभूषा में सभी का ध्यान आकर्षित किया। यह दृश्य देशभक्ति और सांस्कृतिक गौरव की झलक पेश कर रहा था।
मुख्य कार्यक्रम में सह प्रांत प्रचारक विशाल मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों को बौद्धिक मार्गदर्शन देते हुए संगठन की परंपराओं, अनुशासन और राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका पर प्रकाश डाला।
अतिथि के रूप में रिटायर्ड शिक्षक उमेश शर्मा उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में समरसता और राष्ट्रीय भावना को मजबूत करते हैं।

पूर्ण गणवेश में 138 स्वयंसेवकों ने शहर के मुख्य मार्गों से पथ संचलन निकाला। संचलन लगभग आधा घंटे तक चला, जिसमें स्वयंसेवकों ने कदमताल करते हुए नागरिकों को एकता, अनुशासन और संगठन की शक्ति का संदेश दिया।
इस आयोजन में सह जिला संघ चालक संदीप शर्मा, पूर्व चेयरमैन रामगोपाल मिश्र, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाशसिंह कविया, अजय बागड़ी, विनोद वर्मा, बजरंग दाधीच, सुनील सैनी, विष्णु अग्रवाल, रणवीर थालोर, सुधा सिद्धड़, रमेश स्वामी, अनिल शर्मा, अशोक शर्मा और सुनील सिद्धड़ सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
सभी ने विजयादशमी उत्सव को संघ की गौरवशाली परंपरा और शताब्दी वर्ष के महत्त्व से जोड़ते हुए प्रेरणादायक बताया।





