चिड़ावा: शहर में लंबे समय से पेयजल संकट बना हुआ है। विभिन्न वार्डों में रहने वाले लोगों को गर्मी के मौसम में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते सोमवार को चौधरी कॉलोनी समेत वार्ड नंबर 10, 11 और 14 के निवासियों ने जलदाय विभाग कार्यालय का रुख किया और वहां नव नियुक्त सहायक अभियंता सविता चौधरी को ज्ञापन सौंपा। निवासियों ने नियमित और समुचित जलापूर्ति की मांग करते हुए विभाग से शीघ्र समाधान की अपील की।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पूरे क्षेत्र की जलापूर्ति दो ट्यूबवेल पर निर्भर थी। इनमें से एक ट्यूबवेल विभाग द्वारा अनुपयोगी घोषित कर दिया गया है, जबकि दूसरा पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं दे पा रहा। इसके कारण कई इलाकों में पीने का पानी नहीं पहुंच पा रहा है। कॉलोनी के कई हिस्सों में टंकी से पानी का दबाव बहुत कम है, जिससे ऊपरी मंजिलों पर रह रहे लोगों को खासा संकट झेलना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि पिछले दो महीनों से वे निजी टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हैं।
कॉलोनीवासियों ने यह भी बताया कि पुरानी बस्तियों की पाइपलाइन को हटाकर नई बसावट वाले हनुमान नगर की ओर जलापूर्ति लाइन शिफ्ट कर दी गई है। वहां करीब 30 से 35 मकान हैं, जिनमें दो ट्यूबवेल सक्रिय हैं और उन्हें नियमित जलापूर्ति मिल रही है, जबकि पुराने इलाकों के लोग पानी के लिए भटक रहे हैं। विभाग ने बीते 4 मई को सार्वजनिक टंकी के पास दो नए ट्यूबवेल खुदवाए थे, लेकिन उनमें से केवल एक को ही अब तक टंकी से जोड़ा गया है। इससे नई लाइन से जुड़ाव नहीं हो पाने के कारण जलापूर्ति बाधित हो रही है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि व्यवस्था बदलने के बाद पुराने और लंबे समय से बसे परिवारों को पानी नहीं मिल रहा है, जबकि नए परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है। गर्मी के इस मौसम में बुजुर्गों और महिलाओं को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने क्षेत्र में अवैध जल कनेक्शनों को हटवाने की भी मांग की है।
वार्ड 14 के पूर्व पार्षद सुरेश बराला ने विभाग को बताया कि सांसद निधि से बनाए गए ट्यूबवेल की गहराई 700 फीट तक है, फिर भी उसमें पानी नहीं है। उन्होंने ट्यूबवेल को और गहरा करने और 10 एचपी की जगह 15 एचपी की मोटर लगाने का सुझाव दिया है, ताकि जलापूर्ति सुचारू हो सके।
वहीं, कॉलेज ग्राउंड क्षेत्र के मोहल्ला खटीकान और नारी रोड स्थित इलाकों में पानी की किल्लत को लेकर पूर्व पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश बसवाला ने भी जलदाय विभाग को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि दोनों इलाकों में ट्यूबवेल पूरी तरह से सूख चुके हैं, और नए कुएं स्वीकृत करवाना आवश्यक हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि लोग महंगे भाव में टैंकर मंगवाकर किसी तरह अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं।
जलदाय विभाग की नव नियुक्त एईएन सविता चौधरी ने कहा कि उन्होंने हाल ही में पदभार संभाला है। वे खुद सभी प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी और प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं के स्थायी समाधान की दिशा में कार्य करेंगी।