चिड़ावा, 16 दिसम्बर 2024: चिड़ावा के प्रसिद्ध लालचंद पेड़ा वाला की दुकान पर फायरिंग हुई है। शहर की अतिव्यस्त स्टेशन रोड़ पर आज शाम 6:15 बजे गोलियों की गूंज से अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि बाइक सवार 2 अज्ञात युवकों ने दुकान पर 3 राउंड फायरिंग की है। फायरिंग की घटना में किसी को चोट नहीं आई है, लेकिन दुकानदार सुभाष राव व स्टाफ दहशत में है। सूचना पर चिड़ावा सीओ विकास धींधवाल और सीआई विनोद सामरिया मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। बाद में झुंझुनू एसपी शरद चौधरी और एडिशनल एसपी फूलचंद मीणा भी लालचंद पेड़ा वाला की दुकान पर पहुंचे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम 6:15 बजे एक बाइक पर 2 युवक कबूतर खाना की ओर से लालचंद पेड़ा वाला की पुरानी दुकान के सामने पहुंचे। दुकानदार सुभाष राव उस वक्त दुकान के पीछे ही बने अपने घर पर थे। काउंटर पर सुभाष राव का भतीजा गगन बैठा हुआ था। दोनों युवकों में से एक युवक बाइक से उतर कर दुकान की तरफ बढ़ने लगा, जबकि दूसरा युवक बाइक लेकर दुकान से कुछ कदम आगे जाकर खड़ा हो गया। बताया जा रहा है कि दुकान की तरफ आने वाले युवक ने काउंटर की तरफ एक पर्ची फेंकी और फिर लगातार 3 राउंड फायर दुकान की तरफ कर दिए। चलाई गई गोलियों में से 2 काउंटर और 1 दुकान के अन्दर जाकर लगी। दुकान पर मौजूद किसी भी कर्मचारी को गोलीबारी में चोट नहीं पहुंची है।
जिस वक्त यह वारदात हुई, दुकान के सीसीटीवी कैमरे बन्द थे। हालांकि लालचंद पेड़ा वाला की पुरानी दुकान के बिल्कुल पास ही बनी नई दुकान के सीसीटीवी फुटेज में वारदात के बाद भागते हुए युवक को देखा गया हैं। फायरिंग के बाद बाइक से दोनों युवक स्टेशन रोड़ पर ही नया बस स्टैंड की तरफ फरार हो गए।
यह भी सामने आया है कि फायरिंग की घटना से पहले दुकानदार को कभी किसी तरह की धमकी नहीं दी गई थी। बदमाशों ने सीधे दुकान पर आकर फायरिंग ही कर दी।
झुंझुनू एसपी शरद चौधरी ने वारदात के बाद लालचंद पेड़ा वाला की दुकान पर ही मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रथमदृष्टया मामला एक्सटॉर्शन का ही लग रहा है। पुलिस सभी पहलुओं का ध्यान रखते हुए जांच कर रही है। शीघ्र ही अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
उधर फायरिंग की घटना के बाद लालचंद पेड़ा वाला की दुकान पर भारी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद व्यापारियों में दहशत है और लोगों में इस वारदात के चलते आक्रोश है।