चिड़ावा: शहर में झुंझुनूं बस स्टैंड से लेकर चुंगी नाका तक बनी सड़क इन दिनों आमजन, विशेषकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। सिवरेज लाइन के ऊपर बनाई गई इस सड़क में जगह-जगह गड्ढे, ऊंची-नीची सतह और धंसाव के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी अब गंभीर दुर्घटनाओं को न्योता दे रही है।
सिवरेज लाइन के ऊपर बनी सड़क, भराव की बड़ी लापरवाही

झुंझुनूं बस स्टैंड से चुंगी नाका तक की यह सड़क सिवरेज लाइन डालने के बाद बनाई गई थी, लेकिन सड़क निर्माण से पहले सही तकनीकी तरीके से भराव नहीं किया गया। इसी कारण समय के साथ सड़क कई स्थानों से दब गई और गड्ढों में तब्दील हो गई। कहीं सड़क नीचे धंसी हुई है तो कहीं अचानक उभार है, जिससे वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ना आम हो गया है।
दोपहिया वाहन चालकों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक
इस मार्ग पर रोजाना बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन गुजरते हैं। सड़क की खराब स्थिति के कारण बाइक और स्कूटी सवार अचानक ब्रेक लगाने या संतुलन खोने को मजबूर हो रहे हैं। स्थानीय नागरिकों के अनुसार कई लोग गिरकर घायल हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
नगर पालिका भवन के सामने हुआ हादसा, टली बड़ी अनहोनी
मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे नगर पालिका भवन के बाहर सड़क समतल नहीं होने के कारण एक बाइक सवार अचानक असंतुलित होकर गिर गया। हादसे में उसे हाथ और पैर में चोटें आईं। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उसे संभाला। गनीमत रही कि उस समय पीछे से कोई भारी वाहन नहीं आ रहा था, अन्यथा हादसा जानलेवा भी हो सकता था।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क की हालत को लेकर कई बार ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन अब तक मरम्मत या पुनर्निर्माण की कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। नागरिकों में नाराजगी है कि व्यस्त मार्ग होने के बावजूद समस्या को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे हर दिन दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
स्थानीय मांग: जल्द हो सड़क का पुनर्निर्माण
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि झुंझुनूं बस स्टैंड से चुंगी नाका तक की सड़क का तकनीकी जांच के बाद दोबारा मजबूत भराव के साथ पुनर्निर्माण कराया जाए। साथ ही अस्थायी तौर पर गड्ढों को भरकर चेतावनी संकेतक लगाए जाएं, ताकि हादसों को रोका जा सके।





